Chhath Puja 2023: छठ महापर्व के दूसरे दिन होती है खरना की पूजा, जानें इसका महत्व

Chhath Puja 2023: छठ महापर्व चार दिनों तक चलता है। इस पर्व में हर दिन का खास महत्व है। आज छठ महापूजा का दूसरा दिन है। इसे खरना का नाम से भी जाना जाता है। यह हर साल शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन व्रती सुबह से लेकर शाम तक निर्जला उपवास रखते हैं और शाम में छठी मइया का पूजा कर व्रत तोड़ते हैं।

माना जाता है कि छठ व्रत के सभी नियमों का पालन करने से छठी माता भक्तों की मनोकामना पूरा करती है। इस दिन भगवान सूर्य की भी पूजा-अर्चना की जाती है। इस महापूजा में डूबते और उगते सूर्य दोनों को अर्ध्य दिया जाता है। अर्ध्य देने के बाद ही इस व्रत को पूरा माना जाता है।

मान्यता है कि खरना के दिन विधिवत पूजा-पाठ करने से घर में छठी माता का आगमन होता है। माता को प्रसाद में चढ़ाने के लिए रसिया बनाई जाती है। इसे बनाने के लिए मिट्टी का चूल्हा और आम की लकड़ी का उपयोग किया जाता है। यह भी कहा जाता है कि इस दिन व्रती के साथ-साथ परिवार के अन्य सदस्यों को भी तामसिक भोजन से दूर रहना चाहिए। इस दिन छठी माता को रसिया का भोग लगाने का काफी महत्व है। आइए जानते हैं इस प्रसाद को बनाने की विधि

सामग्री

2 कप चावल, आधा कप गुड़, 2 लीटर दूध, 1 चम्मच इलायची पाउडर, 1 चम्मच ड्राई फ्रूट्स

बनाने की विधि

  • सबसे पहले चावल को भिगोकर कुछ देर के लिए रख दें।
  • इसके बाद पैन में दूध डालें, इसे मीडियम आंच पर उबालें।
  • अब इसमें चावल डालें, जब ये उबलने लगे, तो इसमें गुड़ मिलाएं।
  • जब गुड़ पूरी तरह से घुल जाए, तो इसमें ड्राई फूट्स डालें और
  • इस मिश्रण को अच्छी तरह चलाएं।
  • अब इसमें इलायची पाउडर मिलाएं और गैस बंद कर दें।
  • तैयार है प्रसाद के लिए रसिया।