दीपावली व छठ पर्व पर यात्रियों की प्रतिक्षा सूची 150 के पार, नहीं मिल रहा कंफर्म बर्थ

कोरबा। दीपावली व छठ पर्व नजदीक आते ही ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ बढ़ने लगी है। अधिकांश ट्रेन के स्लीपर व एसी बोगी फूल हो चुकी है। वेटिंग सूची भी 150 से ऊपर पहुंच चुकी है। अब यात्रियों को तत्काल टिकट पर ही उम्मीद बंधी हुई है, ताकि उन्हें कंफर्म बर्थ मिल सके।

रविवार 12 नवंबर को दीपावली पर्व है और इसके बाद अगले रविवार 19 नवंबर को छठ पर्व होगा। दोनों पर्व को लेकर लोगों में काफी उत्साह है और घर परिवार के साथ पर्व मनाने की तैयारी शुरू हो गई है। स्कूल में छुट्टी भी 10 नवंबर से शुरू हो जाएगी। चूंकि 10 नवंबर धनतेरस है, इसलिए अधिकांश एक दिन पहले ही पर्व मनाने के लिए अपने घर रवाना हो जाएंगे। जिन्होंने पर्व अपने परिवार के साथ मनाने का पहले से निर्णय लिया था, उन्होंने तोे टिकट काफी पहले आरक्षित करा ली थी, पर बाद में रूपरेखा बनाने वालों को कंफर्म टिकच नहीं मिल पा रही है।

खास तौर पर लंबी दूरी की ट्रेनों में प्रतीक्षा सूची ज्यादा ही लंबी है। कोरबा जिला औद्योगिक शहर है। जिले के सार्वजनिक व निजी कंपनियों में कार्यरत अधिकारी व कर्मचारियों को दिवाली व छठ महापर्व पर घर जाने के लिए आरक्षित टिकट के लिए जद्दोजहद करना पड़ रहा है। आरक्षित टिकट काउंटर में भी यात्रियों की लंबी कतार लग रही है। सबसे अधिक वेटिंग बिहार, झारखंड, दिल्ली, कोलकाता, महाराष्ट्र, गुजरात की ओर जाने वाली ट्रेनों में है। बिहार की ओर जाने वाली यात्री ट्रेनों की प्रतिक्षा सूची 150 से ऊपर पहुंच चुकी है। छठ महापर्व के बाद भी आरक्षित टिकट नहीं मिल रही है।

ट्रेनों की लेट लतीफी से भी यात्री हो रहे हलकान

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (एसईसीआर) अंतर्गत चलने वाली अधिकांश ट्रेन रोजाना विलंब से चल रही है। इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कोरबा रेलखंड से चलने वाली छत्तीसगढ़ पैसेंजर कम एक्सप्रेस, हसदेव एक्सप्रेस, विशाखापट्टनम एक्सप्रेस व शिवनाथ एक्सप्रेस की चाल भी नहीं सुधरी है।प्रतिदिन दो से तीन घंटा विलंब होना आम बात हो गई है। रायपुर से आने वाली हसदेव एक्सप्रेस आधी रात के बाद कोरबा पहुंच रही है। इसी तरह सोमवार को शिवनाथ एक्सप्रेस डेढ़ घंटे और लिंक एक्सप्रेस एक घंटे देरी से कोरबा आई थी। इससे यात्रियों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। बावजूद रेल प्रबंधन द्वारा समय को लेकर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

इन ट्रेनों में सर्वाधिक भीड़

खास तौर पर बिहार की ओर जाने वाली ट्रेनों में प्रतिक्षा सूची काफी लंबी है। इनमें साउथ बिहार एक्सप्रेस, हावड़ा मेल, शालीमार सुपरफास्ट, आजाद हिंद सुपरफास्ट, हीराकुंड एक्सप्रेस, सारनाथ एक्सप्रेस के अलावा छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस, दुर्ग- भोपाल अमरकंटक एक्सप्रेस व भगत की कोठी एक्सप्रेस समेत कुछ अन्य साप्ताहिक व द्विसाप्ताहिक ट्रेन शामिल हैं।