विधानसभा चुनाव में मतदान से पहले कर्ज माफी के मुद्दे पर सियासत हुई तेज

रायपुर, 27 अक्टूबर। विधानसभा चुनाव में मतदान से पहले कर्ज माफी के मुद्दे पर सियासत तेज हो गई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कर्ज माफी सहित अन्य घोषणाओं पर कहा कि 2018 के चुनाव में भी ऐसा ही कहा था। चुनाव आता है तो कर्ज माफी की याद आती है। इनको डर सता रहा है। यह हताशा का परिचायक है।

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता को जितना मैं जानता हूं, वो ऐसे झूठ और जुमलेबाजों से बचती है। मैं तीन-चार दिन रहूंगा। अलग-अलग विधानसभा जाऊंगा। छत्तीसगढ़ को लेकर मेरा अनुभव है, यहां अच्छी हवा है। भाजपा निश्चित तौर पर जीत रही है। बता दें कि रविशंकर प्रसाद गुरुवार को प्रदेश के प्रवास पर पहुंचे हैं।

सीएम बघेल बोले- कर्ज माफी के लिए भाजपा नेता भी देंगे कांग्रेस को वोट


दरअसल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इंटरनेट मीडिया एक्स पर लिखा कि इस बार भाजपा के नेता भी कांग्रेस को ही वोट करेंगे, क्योंकि वे जानते हैं कि कर्ज तो उनका भी माफ होता है। बीस क्विंटल प्रति एकड़ धान तो उनका भी खरीदा जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों का कर्ज माफ करती है, जबकि भाजपा अदाणी-अंबानी का।

मुख्यमंत्री बघेल बलौदाबाजार में आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं ने विपक्ष में बैठने की मानसिकता बना ली है। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए धान खरीदी सहित कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। आगे कहा कि हमने पहले साल में 82 लाख टन धान खरीदी की शुरुआत की जो आज 130 लाख टन तक पहुंच गई है।

केंद्र ने घटाया चावल का कोटा-सीएम


मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसने चावल का कोटा 86 लाख टन से घटाकर 61 लाख टन कर दिया है। वहीं महंगी बिजली के मुद्दे पर कहा कि अदाणी से अधिक दामों में कोयला खरीदने के चलते बिजली की कीमत बढ़ गई है।