नवरात्रि हमें यह सिखाती है कि हमें हमेशा बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए प्रयत्न करना चाहिए – डॉ. संजय गुप्ता

डांडिया-गरबा नृत्य हमारे देश में प्रत्येक नवरात्रि में माँ को प्रसन्न करने व सम्मान देने का एक माध्यम है-डॉ संजय गुप्ता।

नवरात्रि हमें यह याद दिलाती है कि हम सभी में माँ दुर्गा की शक्ति छिपी हुई है। हमें बस उसे जगाना है-डॉ संजय गुप्ता।


⭕ आई0पी0एस0-दीपका के छात्र-छात्राओं पर चढ़ा नवरात्रि का रंग,गरबा एवं डांडिया की धुन पर थिरके बच्चे,किया माँ दुर्गा को नमन।

कोरबा, 20 अक्टूबर। भारतीय त्योहारों की एक खासियत है,यह त्योहार किसी भी धर्म संप्रदाय या जाति से संबंध क्यों न रखते हों लेकिन सभी के बीच एक समानता अवश्य है। नवरात्रि शक्ति का पर्व है। माँ के नौ रुपों की पूजा एवं अर्चना का पर्व है लेकिन इस पर्व के साथ भी खुशी जाहिर करने का एक ट्रेंड चालू हो गया है जिसे गरबा कहा जाता है। जो लोग हिंदू धर्म से संबंध भी नहीं रखते या जो लोग नवरात्रि का अर्थ भी नहीं जानते वे भी गरबा नृत्य में भाग लेने से नहीं चूकते।


डांडिया रास नृत्य सामाजिक कार्यों में और मंच पर किया जाता है। विभिन्न प्रकार के रंग-बिरंगे पारंपरिक परिधानों में लोगों का समूह गोलाकार आकृति में संगीत की धुनों में आकर्षक एवं मनमोहक नृत्य करते हैं। एक समान नृत्य एवं चेहरे की भावभंगिमा सहसा ही लोगों का मन आकर्षित कर लेता है। विशेषकर नवरात्रि के समय पूरे भारत वर्ष में डांडिया एवं गरबा लोगों का लोकप्रिय नृत्य होता है।


आई0पी0एस0-दीपका में भी भारत की इस अक्षुण्न परंपरा का निर्वहन करते हुए डांडिया-गरबा कॉंपिटिशन का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम आगंतुक अतिथि श्रीमती चंद्रा,श्रीमती ज्योति नरवाल,श्रीमती ज्योति एवं श्रीमती वंदना एवं आई0पी0एस0-दीपका विद्यालय के प्राचार्य डॉ संजय गुप्ता के कर कमलों से दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया तत्पश्चात विद्यालय के विभिन्न सदन के समूहों के द्वारा डांडिया-गरबा कॉंपिटिशन का शुभारंभ किया गया। सभी सदन के बच्चों ने अपना उम्दा प्रदर्शन किया।विभिन्न प्रकार के रंग-बिरंगे वेश’-भूषा में बच्चे बड़े ही आकर्षक लग रहे थे। सभी बच्चों ने पारंपरिक वेशभूषा में डांडिया-गरबा नृत्य का प्रदर्शन किया। इस कड़ी प्रतिस्पर्धा में टोपाज हाउस ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन किया एवं प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया साथ ही एमराल्ड हाउस के बच्चों ने भी अपनी बेहतरीन प्रस्तुति के दम पर द्वितीय पुरस्कार अपने नाम किया। सफायर हाउस ने तृतीय पुरस्कार अपने नाम किया।टोपाज हाउस के मेंटर्स श्रीमती अनु रमन, श्री सचिन लकड़ा श्रीमती सुनीता श्रीवास,श्री योगेश शुक्ला का विशेष सहयोग रहा एवं एमराल्ड हाउस के मेंटर्स श्रीमती भगवती गेबल, श्री विरेन्द्र गुप्ता एवं अपराजिता मैडम ने भी अपने बच्चों की प्रस्तुति के लिए विशेष सहयोग दिया। साथ ही सफायर हाउस के मेंटर्स श्रीमती सोमा चौधरी,श्रीमती हर्षा मैडम एवं अजीत कुमार का विशेष सहयोग रहा एवं रूबी हाउस से श्री देबासिस परिदा एवं ईशा चौधरी का विशेष सहयोग रहा।
श्रीमती ज्योति नरवाल ने कहा कि बेटियां घर की शान होती हैं।इस नवरात्रि में हम मां दुर्गा के विभिन्न रूपों का दर्शन कर अपने घर में भी उसका प्रतिरूप अवश्य देखें। विद्यालय में आयोजित यह गरबा डांडिया नृत्य प्रतियोगिता वाकई काबिले तारीफ थी।विजेता का निर्णय करना बहुत मुश्किल था। सभी हाउस का परफॉर्मेंस लाजबाव रहा।


विद्यालय के प्राचार्य डॉ संजय गुप्ता ने कहा कि डांडिया-गरबा नृत्य हमारे देश में प्रत्येक नवरात्रि में माँ को प्रसन्न करने व सम्मान देने का एक माध्यम है। पूरे राष्ट्र में नवरात्रि बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है। प्रत्येक त्योहार हमें आपसी भाईचारे एवं एकता का संदेश देता है। विद्यालय में इस प्रकार के आयोजन से जहाँ एक ओर विद्यार्थियों के बीच अनेकता में एकता का संदेश प्रसारित होता है वहीं विद्यार्थियों को भारतीय परंपरा एवं संस्कृति की जानकारी मिलती है। डॉ संजय गुप्ता जी ने सभी विजयी प्रतिभागियों को बधाई देते हुए नवरात्री के इस पावन पर्व पर दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएँ दी।