रायगढ़,17 अक्टूबर । ड़ेंगू के दंश से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। शनिवार को भी बैकुंठपुर निवासी डेंगू पीडित युवक सन्नी की मौत हो गई। उसका उपचार राजधानी के एक निजी अस्पताल चल रहा था। पिछले 30 दिन में डेंगू से मौत का यह चौथा मामला है। डेंगू से लगातार हो रही मौत के कारण शहर के लोगों में स्थानीय प्रशासन के प्रति नाराजगी का माहौल है। लोगों अपना गुस्सा इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जता रहे हैं। जिले में अगस्त माह के शुरुआती दिनों में लगभग पांच मरीज चिन्हांकित थे। इसके बाद स्थिति बिगड़ती गई और मरीजों की संख्या बढ़ती गई।
16 सितंबर तक डेंगू मरीजों की संख्या 320 हो गई। 14 से 16 सितंबर के बीच शहर में 80 नए मरीजों की पहचान हुई। बीते सात सालों में यहां डेंगू के इतने मरीज नहीं मिले थे जितने की महज 40 दिनों में मिले। इसका प्रमुख कारण नगर निगम में सफाई व्यवस्था की बदहाली को माना जा रहा है। एक ओर सफाई कर्मियों की हड़ताल से लोगों को परेशान होना पड़ा वहीं लोगों ने भी लापरवाही बरतने में कोई कमी नहीं की।
वर्षा थमने के बाद ही मरीजों की संख्या में गिरवाट आई लेकिन अब भी लगातार मरीज मिल रहे हैं। कोतवाली थाना क्षेत्र के बैकुंठपुर निवासी सन्नी कुमार त्रिवेदी पिता विमल किशोर त्रिवेदी (29) का पिछले कुछ दिनों से रायपुर के वी केयर अस्पताल में उपचार चल रहा था। शनिवार को उसकी मौत हो गई। बताया गया कि उसे पीलिया की भी शिकायत थी।
अस्पताल कर्मी, संरक्षण अधिकारी के बाद युवक की गई जान
ड़ेंगू से पिछले 30 दिनों में चार लोगों की मौत हुई है। रामनरायण पटेल एक निजी अस्पताल का कर्मी था। सूरज बेरीवाल तथा बाल संरक्षण अधिकारी दीपक डनसेना की मौत भी डेंगू व पीलिया पीडि़त होने की बात सामने आई। अब सन्नी की मृत्यु भी डेंगू से होने की बात सामने आने से शहरवासियों में दहशत का माहौल है।
आंदोलन बेअसर, प्रशासन रहा बेखबर
डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर शहरवासी इन दिनों इंटरनेट मीडिया में मुखर हैं। शहर में सफाई व्यवस्था पर उंगली उठाते हुए तंज कस रहे हैं। ठीक विधानसभा चुनाव के पहले युवक की मौत जिला प्रशासन, नगर निगम व सत्ता धारी पार्टी के लिए परेशानी का कारण बन सकता है।
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