FRAUD NEWS : लड़कियों की आवाज में काल कर सैन्यकर्मियों से 40 लाख की ठगी, अन्‍य लोगों को भी बनाया शिकार

 इंदौर। अपराध शाखा ने जिस फर्जी एडवाइजरी फर्म का भंडाफोड़ किया उसने चौंकाने वाली जानकारी दी। फर्म का संचालक उज्जैन में बैठ कर देशभर में ठगी कर रहा था। आरोपित सैन्य अफसर और कर्मचारियों से लाखों रुपये की ठगी कर चुका है। पुलिस ने उज्जैन से सात लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों से 14 मोबाइल और लेपटाप जब्त हो गए है। आरोपित ने बताया कि वह एक काल सेंटर की तरह आफिस चला रहा था। यहां से कर्मचारी और स्वयं लड़कियों की आवाज में बात कर लोगों को ट्रेडिंग का झांसा देते थे।

डीसीपी(अपराध)निमिष अग्रवाल के मुताबिक जम्मू में पदस्थ सैन्यकर्मी कैलाशचंद्र सहित लगभग 12 लोगों ने 40 लाख रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाई थी। पुलिस ने बैंक खाते की जांच की और शिव अग्रवाल से पूछताछ की। अग्रवाल की चाय की दुकान है। उन्होंने पूछताछ में बताया कि गोविंद नामक व्यक्ति ने उसके खाते का उपयोग किया है। उसने कहा था कि मां ने उज्जैन में प्लाट का सौदा किया है। एक लाख रुपये जमा करवाने के लिए उसने अग्रवाल का खाता ले लिया था।

पुलिस ने उज्जैन में छापा मारा और शुक्रवार रात गोविंद परिहा,कमलेश वर्मा, नितेश मालवीय,धीरज जगदुआ,लोकेश कटारिया औरओमप्रकाश चौधरी गिरफ्तार किया है ।गिरोह का सरगना कमलेश वर्मा है। विक्रम विश्वविद्यालय (उज्जैन) से बीसीए पास कमलेश ने ही फर्जी फर्म बनाकर बजाज कैपिटल, स्मार्ट कैपिटल औरएसएमएस ट्रेडिंग कंपनी के नाम से लोगों से रुपये ऐंठने की साजिश की और निवेश की राशि दो से तीन गुना करने का झांसा देने लगा। लोग उस पर शक न करें इसके लिए डीमेट अकाउंट खुलवा कर फर्जी एक्सेल शीट बनाता था जिसमें शेयर के भाव काफी ज्यादा दिखाए जाते थे।

एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया के मुताबिक गोविंद का काम खाते उपलब्ध करवाना था। वह परिचितों से झांसेबाजी खाते ले लेता था। निवेशकों से ठगी की राशि दूसरों के खातों में ही जमा करवाई जाती थी। डीसीपी के मुताबिक पुलिस आरोपित कमलेश के बैंक खातों की जांच कर रही है। ठगी की राशि से कितनी संपत्ति अर्जित की इसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है।