कटघोरा SDM व रीडर पर राजनीतिक दल से संरक्षण, मुआवजा प्रक्रिया में भ्रष्टाचार के गम्भीर आरोप ,निर्वाचन आयोग से आप, गांडा समाज, नेता प्रतिपक्ष की शिकायत ,मची खलबली, देखें शिकायत पत्र …..

कोरबा,14 अक्टूबर । कटघोरा एसडीएम सुश्री ऋचा सिंह एवं उनके रीडर (लेखापाल)मनोज गोभिल पर राजनीतिक दल से संरक्षण ,पार्टी विशेष के लोगों को लाभ पहुंचाने ,एसईसीएल दीपका क्षेत्र से अधिग्रहित ग्राम मलगांव में मुआवजा प्रकरण में भ्रष्टाचार करने ,प्रभावितों का शोषण कर मकान तोड़ने भयाक्रांत माहौल बनाने का गम्भीर आरोप लगा है। आम आदमी पार्टी के माध्यम से शुरू हुई शिकायत के बाद समाज सेवी मनीराम ,गांडा समाज जन कल्याण एवं विकास समिति एवं नगर पालिका परिषद के नेता प्रतिपक्ष ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त भारत निर्वाचन आयोग,मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी छत्तीसगढ़ निर्वाचन आयोग से शिकायत कर तत्काल बस्तर संभाग में स्थानांतरण करने की मांग कर खलबली मचा दी है। मामले में शीघ्र ही आयोग की कार्रवाई नजर आएगी।

आम आदमी पार्टी के ब्लॉक सोशल मीडिया प्रभारी नरेश कुमार चौहान ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त भारत निर्वाचन आयोग ,नई दिल्ली को पत्र क्रमांक 105 दिनांक 11 -10-2023 के माध्यम से पत्र लेखकर कटघोरा एसडीएम ऋचा ठाकुर एवं लेखापाल मनोज कुमार गोभिल पर राजनैतिक दल से संरक्षण का आरोप लगाते विधानसभा चुनाव 2023 को मद्देनजर रखते हुए बस्तर संभाग के जिलों में स्थानान्तरण की मांग की है। जिसमें उल्लेख किया गया है कि सबंधित अधिकारी लिपिक कई वर्षों से पदस्थ हैं राजनैतिक दल के संरक्षण में स्थानीय नेताओं से मधुर संबंध होने के कारण पार्टी विशेष को लाभ पंहुचाया जा रहा है । आगामी विधानसभा चुनाव नवंबर 2023 में रहकर अराजकता ,भय का माहौल बनाकर पार्टी विशेष को लाभ पहुंचाने के लिए प्रयास किया जा रहा है।।जिसके कारण निष्पक्ष रूप से मतदान होने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

शिकायत की प्रतिलिपि कार्यालय कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी को दी गई थी । इसके बाद तो मानों शिकायतों का सिलसिला शुरू हो गया है। समाज सेवी मनीराम एम .एल.एस. बी.एस .भारती ,जिला -कोरबा ने पत्र क्रमांक 327 दिनांक 12 -10 -2023 के माध्यम से समान विषय वस्तु पर शिकायत कर एसडीएम एवं लेखापाल का बस्तर संभाग के जिलों कांकेर दन्तेवाड़ा में पदस्थापना किए जाने की मांग की है। वहीं 12 अक्टूबर को ही गांडा समाज जन कल्याण एवं विकास समिति कोरबा के जिला महामंत्री जवाहर सिंह महानेदिया ने पत्र क्रमांक 601 के जरिए मुख्य निर्वाचन आयुक्त भारत निर्वाचन आयोग ,नई दिल्ली को पत्र लिखकर समान विषय वस्तु पर शिकायत कर निष्पक्ष चुनाव मतदान के लिए एसडीएम ऋचा सिंह ,लेखापाल मनोज गोभिल का तत्काल तबादले की मांग की है।


शिकायतों की बहती गंगा में विपक्ष भी कहाँ शांत रहने वाली है ,बहती गंगा में हाथ धोने नगर पालिका परिषद दीपका के नेता प्रतिपक्ष अनूप यादव ने भी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी छत्तीसगढ़ शासन से एसडीएम कटघोरा ऋचा सिंह एवं उनके रीडर मनोज गोभिल को तत्काल हटाने की मांग की है। पत्र क्रमांक 213 दिनांक 13 -10 -2023 को की गई शिकायत पत्र में उल्लेख किया गया है कि दोनों अधिकारी कर्मचारी एसईसीएल दीपका क्षेत्र के प्रभावित ग्राम मलगांव के पीड़ितों को पुरषोत्तम कंवर के राजनैतिक षड्यंत्र के दबाव में आकर मकान भूमि का मुआवजा औने पौने दर से भुगतान कराकर मकान तोड़ने भय दिखाने में लगे हैं।कम पढ़े लिखे होने की वजह से ग्रामीण जनता का शोषण किया जा रहा है । वर्षों से एसडीएम कटघोरा के यहां पदस्थ रीडर बाबू मनोज गोभिल का अनुभाग के बहुत बड़े भूमि स्मगलर के रूप में नाम आता है। उन्होंने प्रकरण में तत्काल कार्रवाई करते हुए एसडीएम ,रीडर को अन्यत्र स्थानान्तरित करने की मांग की है। बहरहाल अब यह देखना होगा कि उपरोक्त शिकायतों को आयोग कितनी गंभीरता से लेती है और सबंधितों पर कब कार्रवाई की गाज गिरती है।

सीएम की खास,अगले मुखिया सरगुजा से

समाज सेवी मनीराम एम .एल.एस. बी.एस .भारती का शिकायत पत्र राजनीतिक पारा गर्म करने वाला है। पत्र में उल्लेख है कि एसडीएम द्वारा बोला जाता है कि वो आने वाले मुख्यमंत्री की खास हैं,अगला मुखिया सरगुजा संभाग से बनने वाले हैं ऐसी धमकी चमकी एसडीएम देती हैं।उन्होंने शिकायत पत्र में उल्लेख किया है कि एसडीएम कटघोरा के मुख्यालय में न रहकर हरदीबाजार में किसी विशेष पार्टी के संभावित प्रत्याशी के घर में रोज 4 से 4 घण्टे बिता रही हैं। मलगांव में नापी सर्वे के उपरांत 43 व्यक्तियों के मकान का मुआवजा काट दिया गया है। विशेष पार्टी को चुनावी फंडिंग करने के लिए जबरदस्ती सीजीएम को दबाब बनाकर गांव के मकानों को तोड़वाया जा रहा है। जिस पर तत्काल रोक लगाए जाने की दरकार है।

चर्चित रहा मलगांव का मुआवजा प्रकरण ,वितरण ,तत्काल रोक लगा जांच की दरकार

एसईसीएल दीपका क्षेत्र के अधिग्रहित ग्राम मलगांव में मुआवजा का मामला बेहद विवादों में सुर्खियों में रहा है।औने पौने दामों में मुआवजा तैयार करने ,अपात्रों का फर्जी मुआवजा पत्रक तैयार करने से लेकर मुआवजा वितरण तक में गड़बड़ी की शिकायतें विश्वस्त सूत्रों से मिलती रही हैं। नेता प्रतिपक्ष के लिखित शिकायत ने इसे और बल दे दिया है। ऐसे में प्रशासन को तत्काल मामले में उचित कार्रवाई कर मुआवजा वितरण पर रोक लगा प्रकरण की जांच सुनिश्चित करनी चाहिए। ताकि भू अर्जन अधिकारी व रीडर की कार्यशैली पर उठ रहे सवालों का सही जवाब मिल सके।

वर्जन

जो शिकायत किए हैं वही बेहतर बता सकते हैं

राजनीतिक दलों से संरक्षण, का आरोप बेबुनियाद है इस मामले में शिकायतकर्ता ही बेहतर बता सकते हैं। मुआवजा मामले का शिकायत निराधार है।

ऋचा सिंह,एसडीएम कटघोरा

वर्जन

मुझे नहीं मालूम क्या शिकायतें हुई

इस तरह की शिकायत के संदर्भ में मैं अनजान हूँ,शिकायत पत्र देखकर ही कुछ कह सकूंगा। मेरे द्वारा सौंपे गए कार्यदायित्वों का पूरी लगन निष्ठा के साथ निर्वहन किया जा रहा।

मनोज गोभिल ,रीडर एसडीएम कटघोरा