वही छात्र महान बन सकता है जो अपनी आलोचनाओं को भी बहुत ध्यान से सुनता है-डॉ. संजय गुप्ता

कोरबा, 14 अक्टूबर। इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में सी सी ए एक्टिविटी के तहत वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया, जिसमें माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। यह प्रतियोगिता विद्यालय के विभिन्न “हाउसों” एमराल्ड, रूबी, सफायर और टोपाज हाउस के बीच आयोजित हुई।


इस आयोजन का उद्देश्य था कि छात्र-छात्राएं अपने विचारों को सामने रखकर समृद्ध चर्चा करें और विभिन्न मुद्दों पर अपनी राय रखें। इसके माध्यम से, विद्यालय ने छात्र-छात्राओं के बीच साक्षरता, विचारशीलता और सामूहिक विचार कौशल को बढ़ावा देने का प्रयास किया।
प्रतियोगिता में विद्यालय के विभिन्न “हाउस” शानदार प्रदर्शन करते हुए एक-दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा करते देखे गए। छात्र-छात्राओं ने विभिन्न विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए वाद-विवाद कौशल में निपुणता दिखाई।
इस आयोजन में उपस्थित अधिकांश शिक्षक एवं विद्यार्थी वर्ग ने छात्रों की प्रतिबद्धता और उनके अद्वितीय विचारों को सराहा। इसके अलावा, विद्यालय के शिक्षकों ने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए उनके योगदान को महत्वपूर्ण और सराहनीय बताया।


आयोजन के समापन के बाद,परिणाम की घोषणा की गई । माध्यमिक स्तर की वाद विवाद प्रतियोगिता में एमराल्ड हाउस के विद्यार्थियों ने सफायर हाउस के विद्यार्थियों को धूल चटाई ।एमराल्ड हाउस के प्रतिभागी थे अन्वी सिंह,अर्णव सिंह,एंजल सिंह,वैदिक व्यास,प्रयाग ,वहीं सफायर हाउस के प्रतिभागियों में पायल साहरन,वृद्धि राठौर,आराधना सिहाग एवं प्रियांशु थे।हायर सेकंडरी स्तर के प्रतिभागियों में सफायर हाउस से प्रियांशी पाठक,निकिता ,कनुश सिंह एवं सोनल राज थे वहीं रूबी हाउस से स्नेहा सिंह,स्वीटी चंद्रा,सिमरन सिंह एवं राज नंदिनी भार्गव ने अपनी वाकपटुता का प्रदर्शन किया,जिसमें रूबी हाउस ने विजय पताका लहराते हुए अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया।विजेता छात्र-छात्राओं को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता के द्वारा शील्ड देकर पुरस्कृत एवं सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के सफल आयोजन में सभी छात्र-छात्राओं सहित विद्यालय के सभी शिक्षकीय की स्टाफ एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का विशेष सहयोग रहा। संपूर्ण कार्यक्रम के सफल आयोजन में विद्यालय के शैक्षणिक प्रभारी श्री सब्यसाची सरकार सर ,शैक्षणिक प्रभारी श्रीमती सोमा सरकार मैडम एवं सी सी ए विभाग प्रभारी पारुल पदवार एवं श्री हेमलाल श्रीवास का भरपूर सहयोग रहा।


इस वाद-विवाद प्रतियोगिता का उद्देश्य छात्र-छात्राओं में विचारशीलता और वक्ता कौशल हेतु उत्साहित करना था और उनके अंदर छिपे नेतृत्व को साकार करना था। इसके माध्यम से, विद्यालय ने छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में उत्साहित किया और उन्हें नई ऊर्जा और आत्म-विश्वास के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
विद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने कहा कि वाद-विवाद इत्यादि प्रतियोगिताओं से हमारे मस्तिष्क का विकास होता है। इसमें भाग लेकर हमें यह अच्छी तरह समझ में आ जाता है कि जो व्यक्ति हमारे विचारों से सहमत नहीं हैं, उनकी राय का भी महत्व है। वाद-विवाद प्रतियोगिता से हम विषय के दोनों पक्षों पर विचार करना सीख लेते हैं, जिससे बुद्धि प्रखर होती है ।वाद – विवाद विचारों को साझा करने और सूचनाओं का गंभीर रूप से विश्लेषण करने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। एक विषय या प्रश्न के दोनों पक्षों पर सावधानीपूर्वक शोध करने के लिए वक्ताओं को चुनौती देता है, और अपने चुने हुए पक्ष का समर्थन करने के लिए ठोस सबूत के साथ आता है, जबकि एक ही समय में समस्याओं की आशंका और समाधान प्रदान करता है।एक वाद-विवाद एक संगठित कार्यक्रम है, जहां प्रतिभागी अपने तर्क प्रस्तुत करते हैं या दो अलग-अलग दृष्टिकोणों से किसी विषय पर चर्चा करते हैं। बहस में भाग लेने का मुख्य उद्देश्य दूसरों को अपने दृष्टिकोण के बारे में समझाना है।