जयशंकर ने अमेरिका के साथ बातचीत में आतंकवाद के प्रति कनाडा के रवैये का मुद्दा उठाया

वाशिंगटन । विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि शीर्ष अमेरिकी अधिकारियों – विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन – के साथ उनकी बैठक में कनाडा तथा भारत के राजनयिक विवाद पर चर्चा हुई। उन्‍होंने दोनों को भारत के पक्ष से अवगत कराया जिसमें “आतंकवादियों के प्रति एक बहुत ही उदार कनाडाई रवैया” का आकलन शामिल था।

जयशंकर ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के बाद वाशिंगटन डीसी में अपने पहले दिन गुरुवार को ब्लिंकन और सुलिवन से मुलाकात की।ब्लिंकन के साथ बैठक के अमेरिकी रीडआउट और एक्स पर जयशंकर की पोस्ट में कनाडा के बारे में कुछ नहीं कहा गया।मंत्री ने एक थिंक टैंक हडसन इंस्टीट्यूट के एक कार्यक्रम में स्वीकार किया कि यह मामला वास्तव में चर्चा में आया था और अमेरिकी अधिकारियों ने इस पर अपने विचार प्रस्तुत किए थे।जयशंकर ने कहा, और मैंने उन्हें कुछ विस्तार से समझाया।

मैंने आपको जो बताया वह मेरी चिंताओं का सारांश था। उन्होंने जिस सारांश का उल्लेख किया वह भारत के मामले की उनकी प्रस्तुति थी जो उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कुछ मिनट पहले थिंक टैंक में दी थी।मंत्री ने सारांश में जो कहा वह इस प्रकार है: हां, कनाडाई प्रधानमंत्री ने कुछ आरोप लगाए, शुरुआत में निजी तौर पर और फिर सार्वजनिक रूप से। और निजी और सार्वजनिक रूप से उन्हें हमारी प्रतिक्रिया यह थी कि वह जो आरोप लगा रहे थे वह हमारी नीति के अनुरूप नहीं था।

और यदि उनके पास – यदि उनकी सरकार के पास – कुछ भी प्रासंगिक और विशिष्ट है, वे चाहेंगे कि हम उस पर गौर करें, तो हम उस पर गौर करने के लिए तैयार हैं। और यहीं पर वह बातचीत रुकी। उन्होंने आगे कहा: लेकिन उस बातचीत को समझने के लिए, आपको यह भी समझना होगा कि यह कनाडा के साथ कई वर्षों से बड़े घर्षण का मुद्दा रहा है।