कोरबा, 23 सितम्बर । शहर में स्थित न्यू कोरबा हॉस्पिटल के ऊपर मरीज को जबरदस्ती आईसीयू में रखकर इलाज करने के साथ-साथ कई अन्य गंभीर मामले के आरोप लगते रहे हैं किंतु अब एक ऐसा मामला यहां से निकलकर सामने आया है, जहां मरीज के ठीक हुए बिना ही उसे जबरन दबावपूर्ण अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी।
ढेलवाडी निवासी विकास कुमार खूंटे ने एक लिखित शिकायत पत्र प्रस्तुत करते हुए बताया कि, उनकी माता एसईसीएल मे मजदूर का काम करती है। जब बेटे विकास की बीपी व सांस फूलने लगी तब उसे एसईसीएल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहां से न्यू कोरबा हॉस्पिटल रेफर किया गया, वहीं न्यू कोरबा हॉस्पिटल में ओपीडी चेकअप के बाद आईसीयू में मरीज को भर्ती कराया गया। मरीज के स्वास्थ्य में थोड़ा सुधार होने के पश्चात मरीज को पुनः जनरल वार्ड में शिफ्ट किया गया।
जब मरीज की तबियत पुनः खराब हुई और मरीज ने इलाज हेतु कहा तो वहां के नर्सों ने कोई ध्यान नही दिया और भड़क गई। जब मरीज ने वहां के सीनियर मैडम से शिकायत की तो नर्स ने मरीज के साथ अभद्रता पूर्वक व्यवहार किया। उसे पूर्ण स्वस्थ किए बगैर ही न्यू कोरबा अस्पताल के संचालक डॉक्टर शोभराज चांदनी व मैनेजर राजेश चांदनी के कहने पर दबावपूर्वक मरीज की छुट्टी कर दी गई। मरीज ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए संबंधित अधिकारियों से शिकायत करते हुए कार्यवाही की मांग की है।
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