दुर्ग, 21 सितम्बर । 208 वीं कोबरा वाहिनी की पहल का असर, मवेशियों के इलाज हेतु जिला मुख्यालय से संवेदनशील क्षेत्रों के डब्बामार्का गांव पहुंची पशु चिकित्सकों की टीम, छत्तीसगढ़ राज्य के अंतिम छोर तेलंगाना राज्य की सरहद पर बसे सुकमा जिला अंतर्गत आने वाले सुदूर, दुर्गम अति संवेदनशील क्षेत्र डब्बामार्का तथा कांसाराम एवं अलकनगुड़ा गाँव में कोबरा 208 वीं बटालियन द्वारा जिला प्रशासन एवं पशुधन विकास विभाग को मौसमी बिमारियों से अवगत कराया गया, तत्पश्चात कलेक्टर हरिस.एस के निर्देशन में उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं जिला सुकमा के द्वारा शीघ्रातिशीघ्र कार्यवाही करते हुए, मोबाइल यूनिट टीम पशु चिकित्सालय सुकमा से डॉ.सुमेर सिंह जगत, डॉ.टेकेश्वर कंवर,पशु चिकित्सालय दोरनापाल से प्रवीण बघेल सहायक पशु क्षेत्राधिकारी एवं पशु चिकित्सालय कोंटा से डॉ.सूर्यकांत सोरी के नेतृत्व में 16 सदस्यीय टीम ने डब्बामार्का ग्राम में पहुंचकर लगातार तीन दिनों तक गाँवो मे मौसमी बीमारीयों का टीकाकरण, डिवर्मिंग तथा अस्वस्थ पशुओं का उपचार किया गया तथा पशुपालकों को पशु औषधियों वह मिनरल मिक्सचर का वितरण कर ग्रामवासियों को मौसमी बीमारी से संक्रमित पशुओं को स्वस्थ पशुओं से अलग रखने तथा संक्रमण से रोकथाम हेतु और पशुओं का उपचार, टीकाकरण वह औषधियों से पशुधन को सुरक्षित रखना अति आवश्यक की समझाईश दी गई।
208वीं बटालियन के कमांडेंट ने व्यक्त किया आभार –
जितेंद्र कुमार ओझा कमांडेंट कोबरा 208 वीं बटालियन ने पशुधन विकास विभाग के पशु चिकित्सालय सुकमा, कोन्टा एवं दोरनापाल से पहुंची 16 सदस्यीय पशु चिकित्सकों की टीमों के साथ-साथ जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक एवं उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं जिला सुकमा को अतिशीघ्र कार्यवाही के लिए आभार व्यक्त किया ।
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