G-20 Summit In Raipur: दो दिवसीय बैठक का हुआ समापन, आखिरी दिन मजबूत, संतुलित और समावेशी विकास पर हुई चर्चा

रायपुर। जी-20 सदस्य देशों के बीच दो दिवसीय बैठक के समापन सत्र में मंगलवार 19 सितंबर को मजबूत, संतुलित और समावेशी विकास पर चर्चा हुई।

इस चर्चा में भारत, अमेरिका सहित फ्रांस, जापान, मैक्सिको, ब्राजील, कनाडा, दक्षिण अफ्रीका, सऊदी अरब आदि देशों के प्रतिनिधिमंडल ने अपनी बात रखी। बैठक की अध्यक्षता भारत सरकार वित्त मंत्रालय की सलाहकार चांदनी रैना, एचएम ट्रेजरी व ब्रिटेन की मुख्य आर्थिक सलाहकार सैम बेकेट ने की। इस दौरान भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) ने जनभागीदारी कार्यक्रमों की एक श्रृंखला की मेजबानी की।

इस कार्यक्रम के अंतर्गत साइबर जागरूकता, डिजिटल बैंकिंग, वित्तीय समावेशन, वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम आयोजित किया गया। पहले दिन की बैठक में सदस्यों देशों ने नवीनतम वैश्विक आर्थिक दृष्टिकोण और प्रमुख व्यापक आर्थिक मुद्दों के संबंध में चर्चा की थी। शाम के सत्र में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) के विशेषज्ञों ने वैश्विक आर्थिक परिदृश्य को प्रभावित करने वाले बाह्य कारकों के बारे में जानकारी दी।

अगला पड़ाव 20 से 22 तक सियोल में

जी-20 बैठक का अगला पड़ाव 20 से 22 सितंबर तक रिपब्लिक आफ कोरिया के सियोल में होगा। नवा रायपुर से प्रतिनिधिमंडल की रवानगी का सिलसिला आज शाम सात बजे के बाद शुरू हो जाएगा। ज्यादातर देशों के प्रतिनिधिमंडल रायपुर से नईदिल्ली की फ्लाइट में शाम सात से आठ बजे रवाना होंगे। इसके बाद नईदिल्ली से सियोल के लिए उड़ान भरेंगे।

मेजबानी केंद्र की, मेहमाननवाजी छत्तीसगढ़ की

भारत में जी-20 बैठक की मेजबानी केंद्र सरकार के जिम्मे रही, लेकिन नवा रायपुर में राज्य सरकार की मेहमाननवाजी के अंदाज ने विदेशी अतिथियों का दिल जीत लिया। दो दिन के व्यस्ततम कार्यक्रम के बीच भी छत्तीसगढ़ सरकार ने विदेशी अतिथियों के स्वागत-सत्कार के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। कांसे की थाली में छत्तीसगढ़ पारंपरिक व्यंजन से लेकर पुरखौती मुक्तांगन तक सब कुछ विदेशी अतिथियों के लिए बिल्कुल नया रहा। नवा रायपुर के 10-15 किमी. के दायरे को ऐसा सजाया कि जिससे पूरा छत्तीसगढ़ परिलक्षित हो जाए। बैठक के आखिरी दिन शाम को जी-20 देशों के सदस्यों को जंगल सफारी व नंदन वन गार्डन की सैर कराई जाएगी।

देर रात तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला

मेफेयर होटल एंड रिसोर्ट में बैठक के पहले दिन विदेशी अतिथियों ने देर रात तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लिया, जिसमें बस्तरियां पारंपरिक नृत्य के साथ पंथी नृत्य की शानदार प्रस्तुति हुई। इससे पहले मेहमानों ने नवा रायपुर के जी-20 वाटिका में पौधरोपण किया। पुरखौती मुक्तांगन में भ्रमण के दौरान मेहमानों ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपरा को करीब से समझा।