बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं के तहत शालाओं में बच्चों के सर्वोत्तम सुरक्षा हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम का किया गया आयोजन

जांजगीर-चांपा 15 सितम्बर 2023 I कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देशन में जिले के शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय पेन्ड्री, जिज्ञासा माध्यमिक विद्यालय जांजगीर, ज्ञान भारती माध्यमिक विद्यालय जांजगीर, स्वामी आत्मानंद इंग्लिस मिडियम उत्तर माध्यमिक विद्यालय जांजगीर, शासकीय प्रायोगिक माध्यमिक विद्यालय (डाईट) जांजगीर में प्राचार्यों, प्रधान पाठको एवं बच्चों के लिए बच्चों के सुरक्षा से संबंधित सभी बिन्दुओं पर समीक्षा की गई एवं आवश्यक सुरक्षा के उपाय हेतु संवेदीकरण प्रशिक्षण जिला बाल संरक्षण इकाई के अधिकारी/कर्मचारी द्वारा प्रदान किया गया।


शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय पेन्ड्री, जिज्ञासा माध्यमिक विद्यालय जांजगीर, ज्ञान भारती माध्यमिक विद्यालय जांजगीर, स्वामी आत्मानंद इंग्लिस मिडियम उत्तर माध्यमिक विद्यालय जांजगीर, शासकीय प्रायोगिक माध्यमिक विद्यालय (डाईट) जांजगीर में कक्षा पहली से बारहवीं तक के कुल 2653 बच्चों को बच्चों के अधिकारों, मिशन वात्सल्य योजना, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012, शिक्षा का अधिकार, बाल श्रम, मोबाईल के मोह से होने वाले नुकसान एवं उसके प्रभावी रोकथाम के लिए समस्त आवश्यक उपायों पर जानकारी दी गई तथा बच्चों की पूर्ण सुरक्षा हेतु प्रचार-प्रसार करते हुए विस्तृत जानकारी दी गई।

साथ ही प्रशिक्षण में बाल संरक्षण के मुद्दों, बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006, अनैतिक व्यापार, फास्टर केयर, पालन-पोषण देखरेखर, आफ्टर केयर, दत्तक ग्रहण से संबंध में प्रक्रिया एवं नियम, सुरक्षित स्पर्श – असुरक्षित स्पर्श, बच्चों की बली देने पर रोक, निःशक्त बच्चे, एचआईव्ही एड्स,किशोर न्याय अधिनियम (बालकों के देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम 2015 संशोधित अधिनियम 2021 आदर्श नियम 2016 संशोधित अधिनियम 2022 के तहत बाल भिक्षावृत्ति, बच्चों द्वारा नशीली पदार्थो की खरीदी एवं बिक्री, बालको की तस्करी करना कानूनन अपराध के विषय में विस्तृत जानकारी दी गई

उक्त विषय से संबंधित किसी भी प्रकार देखरेख एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले 18 वर्ष से कम के बच्चों के संबंध में जानकारी प्राप्त होने की स्थिति में बाल कल्याण समिति को तत्काल सूचित कर उनके समक्ष उपस्थित कराकर बालकों के संरक्षण एवं पुनर्वास की विषय में जानकारी दी गई। प्रशिक्षण प्रदान कर गेम के माध्यम से बच्चों द्वारा उनकी प्रतिक्रिया प्राप्त की गई एवं कुछ बच्चों द्वारा विशेष फिडबैक प्राप्त होने पर उन्हें अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा उपहार प्रदान कर प्रोत्साहित किया गया।