दिल्ली में G-20 की बैठक हो रही है. चूंकि इसमें कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष आए हैं, इसलिए कड़ी चौकसी है. इसी बीच सोशल मीडिया के जरिए दिल्ली पुलिस को मैसेज मिलता है कि एक ऑटो में बम-बारुद और गन की खेप प्रगति मैदान पहुंचने वाली है. इस सूचना से हड़कंप मच जाता है. आनन फानन में चेकिंग शुरू होती है. प्रगति मैदान की ओर आने वाले और सड़क के किनारे खड़े वाहनों की चेकिंग होती है.
बावजूद इसके कुछ नहीं मिलता तो पुलिस सूचना देने वाले को ट्रैस करती है. इसमें पता चलता है कि यह महज शरारत है. सूचना देने वाले ने यह हरकत अपने पड़ोसी को फंसाने के लिए की थी. दिल्ली पुलिस ने आरोपी को अरेस्ट कर लिया है. मामला दिल्ली आउटर नॉर्थ जिले का है. दरअसल जिले के डीसीपी को टैग कर एक युवक ने X (पहले ट्वीट) किया था. इसमें लिखा था कि एक ऑटो में गन और विस्फोटक भरा है और इसे प्रगति मैदान की ओर ले जाया जा रहा है.
सूचना देने वाले ने ऑटो का नंबर भी लिखा था. चूंकि जी-20 की बैठक प्रगति मैदान में ही हो रही है. इसलिए इस सूचना से पुलिस में हड़कंप मच गया. डीसीपी ने तत्काल चेकिंग के आदेश दिए और फिर पूरी दिल्ली में ऑटो रिक्सा की चेकिंग शुरू हो गई. घंटों मशक्कत के बाद भी कोई रिजल्ट नहीं आया. इसके बाद पुलिस ऑटो नंबर को ट्रैस करते हुए उसके मालिक के घर पहुंची. वहां पता चला कि ऑटो तो वहीं घर पर ही खड़ा है. ऐसे में पुलिस ने सूचना देने वाले को ट्रैस किया. उसकी पहचान कुलदीप शाह के रूप में हुई है.
पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की. इसमें पता चला कि आरोपी ने ऑटो मालिक से रंजिश में उसे फंसाने के लिए ट्वीट किया था. आरोपी ने बताया कि ऑटो मालिक के साथ पार्किंग को लेकर विवाद चल रहा था. चूंकि इस समय जी-20 की बैठक चल रही है, ऐसे में उसे लगा कि शिकायत करने पर ऑटो को पुलिस पकड़ लेगी. लेकिन मामला उल्टा पड़ गया. अब पुलिस ने आरोपी के खिलाफ फर्जी सूचना देने और हड़कंप मचाने की धाराओं में केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
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