Aja Ekadashi 2023 : रविवार और एकादशी का एक दिन में बन रहा है तगड़ा योग, पूजा से खत्म हो जायेंगे कुंडली के ग्रह दोष…

कल यानी रविवार 10 दिसंबर को भाद्रपद्र मॉस की एकादशी है इसे अजा या ज्या एकादशी कहते हैं। रविवार को एकादशी होने से इस दिन विष्णु जी के साथ सूर्य की भी पूजा करेंगे तो कुंडली की ग्रह दोष का असर कम हो सकता है।

इस व्रत में दान पुण्य भी जरूर करना चाहिए। ज्योतिष के मुताबिक , एकादशी व्रत भगवान विष्णु के लिए किया जाता है। माना जाता है कि इस व्रत से घर परिवार में सुख समृद्धि बनी रहती है।

एकादशी के व्रत से शत्रु पर जीत मिलती है

एकादशी के व्रत से शत्रु पर जीत मिलती है और समस्याओं से लड़ने का साहस बढ़ता है जो लोग यह व्रत करना चाहते हैं उन्हें एकादशी पर सुबह जल्दी उठना चाहिए। स्नान के बाद सूर्योदय के समय सूर्य अध्र्य अर्पित करें। इसके बाद घर के मंदिर में भगवान विष्णु की पूजा करें और पूजा में एकादशी व्रत करने का संकल्प ले। संकल्प लेने के बाद दिनभर निराहार रहे अगर भूखे रहना संभव न हो तो फल और फलों के रस का सेवन कर सकते हैं। शाम को विष्णु पूजा करें। भगवान की कथाये पढ़े या सुने। अगले दिन यानी द्वादशी तिथि पर सुबह जल्दी उठकर फिर से विष्णु जी की पूजा करें।

पूजा के बाद जरूरतमंद लोगों को भोजन कराये और फिर खुद भोजन करें

पूजा के बाद जरूरतमंद लोगों को भोजन कराये और फिर खुद भोजन करें। एकादशी पर जरूरतमंद लोगों को धन्यवाद देते समय खाना ,कपड़े दान करें। किसी गौशाला में हरी घास और गायों की देखभाल के लिए धन का दान करें। भगवान विष्णु के अवतार श्री कृष्ण का अभिषेक करें। बाल गोपाल को माखन – मिश्री का भोग तुलसी के साथ लगाए। शिवलिंग पर जल ,दूध और फिर जल चढ़ाएं। बेल पत्र ,हार फूल से श्रृंगार करें। चंदन का लेप शिवलिंग पर करें जाने। अबीर गुलाल आदि भोजन सामग्री चढ़ाये। मिठाई का भोग लगाए। धूप दीप जलाकर आरती करें। हनुमान जी के सामने दीपक जलाकर सुंदरकांड -हनुमान चालीसा का पाठ करें।

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