Sanju Samson vs Suryakumar Yadav: वर्ल्ड कप 2023 की टीम में संजू सैमसन को शामिल नहीं किया गया है। संजू से ऊपर तरजीह सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन को दी गई है। विश्व कप टीम या फिर किसी बड़े टूर्नामेंट की टीम से नजरअंदाज होना शायद अब सैमसन के लिए कोई नई बात नहीं रह गई है। संजू के साथ होती चली आ रही नाइंसाफी की कहानी बड़ी पुरानी है।
पहले पर्याप्त मौके नहीं मिल रहे थे। अब टीम में जगह मिली, तो उनके बैटिंग ऑर्डर से जमकर छेड़छाड़ की गई। टॉप ऑर्डर में खेलने वाले संजू को नंबर छह और सात तक बल्लेबाजी करवा दी गई। संजू घर बैठकर विश्व कप के मैच देखेंगे, तो उनकी जगह सूर्यकुमार यादव टीम के साथ रहेंगे। वहीं, सूर्या जिनकी वनडे में फॉर्म बद से बदतर है। आंकड़ों के खेल में भी यह बात साफ निकलकर सामने आ रही है कि संजू वर्ल्ड कप में सूर्या से यकीनन बेहतर विकल्प होते।
वनडे में सूर्या का हाल बेहाल
टी-20 क्रिकेट में सूर्यकुमार यादव लाजवाब हैं और इस बात पर किसी को भी बिल्कुल शक नहीं है। हालांकि, जब बात वनडे फॉर्मेट की आती है, तो यहां सूर्या एक-एक रन के लिए तरसते हुए नजर आते हैं। सूर्यकुमार ने अब तक 50 ओवर के फॉर्मेट में कुल 26 वनडे मैच खेले हैं। इस दौरान उनका बैटिंग औसत मात्र 24 का रहा है और स्ट्राइक रे 101 का। सूर्या के बल्ले से कुल रन निकले हैं 511। 26 वनडे मैच खेलने के बाद नंबर एक टी-20 बल्लेबाज सिर्फ दो ही अर्धशतक लगा सका है।
संजू के वनडे में आंकड़े
अब जरा संजू सैमसन के आंकड़ों पर भी नजर दौड़ा लीजिए। सैमसन ने भारत के लिए अभी तक कुल 13 वनडे मैच खेले हैं। इस दौरान विकेटकीपर बल्लेबाज के बल्ले से 55 की दमदार औसत और 104 के स्ट्राइक रेट से रन निकले हैं। यानी संजू की बैटिंग औसत सूर्या से दोगुनी से भी ज्यादा है। वहीं, स्ट्राइक रेट में भी संजू सूर्या से आगे हैं। 13 मैचों में केरल के बल्लेबाज ने 3 फिफ्टी जमाई है। यानी सूर्यकुमार से 13 वनडे मैच कम खेलने के बावजूद संजू के नाम उनसे एक अर्धशतक ज्यादा दर्ज है। दूसरी बात यह है कि संजू को अगर वर्ल्ड कप टीम में शामिल किया गया होता, तो टीम के पास विकेटकीपर का भी एक ऑप्शन मौजूद होता।
[metaslider id="347522"]