मनेंद्रगढ़ ,08 सितम्बर। अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर शासकीय विवेकानन्द स्नातकोत्तर महाविद्यालय मनेन्द्रगढ़ द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रतिनिधित्व में जनजागरूकता रैली का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कलेक्टर नरेंद्र दुग्गा ने कहा की साक्षरता वह शक्ति है, जिससे हम बड़ी से बड़ी चुनौतियों का सामना कर सकते हैं। शिक्षा हमारे जीवन में बदलाव लाती है तथा इसकी गुणवत्ता के लिए यह आवश्यक है, कि शिक्षकों के साथ पालक भी बच्चों की शिक्षा में योगदान दें। अशिक्षित पालकों को शिक्षित करना अत्यंत आवश्यक है, ताकि वे अपने परिवार के सदस्यों को शिक्षित कर सकें। साक्षरता के लिए व्यक्तिगत रूचि और सामूहिक प्रयासों की बड़ी आवश्यकता है।
जनजागरूकता रैली झगराखाण्ड रोड से नगर के मुख्य मार्गाे से निकाली गई तथा श्यामा प्रसाद मुखर्जी चौक पर नशा उन्मूलन के संबंध में व डिजिटल साक्षरता के लिए लोगो को जागरूक करने के लिए नुक्कड़-नाटक का आयोजन किया गया, तत्पश्चात प्राचार्य ने साक्षरता शपथ दिलाई व साक्षरता के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम संयोजक प्राचार्य डॉ. सरोजबाला श्याग विश्नोई ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए साक्षरता के संबंध में कहा कि आज के युग में हस्ताक्षर कर लेना या जोड़-घटाना कर लेना साधारण शिक्षा है, हमें समय की मांग के अनुसार डिजिटल दुनिया के क्रांतिकारी परिवर्तन के साथ शिक्षित होना है तथा डिजिटल तौर पर अशिक्षित लोगों को शिक्षित करना होगा और यह सिर्फ हमारे शहर के बच्चे ही नही, बल्कि पूरे भारत वर्ष के व्यक्तियों को जागरूक होकर डिजिटल दुनिया के परिवर्तन के साथ स्वयं को शिक्षित होना होगा। क्योंकि आजकल प्रत्येक आर्थिक गतिविधियां ऑनलाईन बैकिंग भुगतान, रेल्वे के टिकिट, सब कुछ ऑनलाईन माध्यम से हो रहा है।
उन्होंने इस बदलते समय में कहा की सभी छात्र-छात्राओं को बैकिंग व्यवस्था की जानकारी, खाते के प्रकार, उनका परिचालन, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड की जानकारी आदि होनी चाहिए। ऑनलाईन फ्रॉड भी बहुत होते है अतः हमें फ्रॉड से बचने के लिए पासवर्ड किसी को नही बताना चाहिए तथा साइबर जागरूकता पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए।
[metaslider id="347522"]