KORBA : शास. इं. वि. स्नातकोत्तर महाविद्यालय में संस्कृत श्लोको का सस्वर वाचन

कोरबा, 29 अगस्त I आज दिनाँक 29/08/2023 को शास. इं. वि. स्नातकोत्तर महाविद्यालय में संस्कृत सप्ताह कार्यक्रम के अंतर्गत तृतीय दिवस को संस्कृत श्लोकों का सस्वर वाचन एवं संस्कृत संभाषण कार्यक्रम संपन्न हुआ जिसमें संस्कृत विभाग के विद्यार्थियों के साथ साथ अन्य विषयों के विद्यार्थियों ने संस्कृत की महत्ता के बारें जाना, संस्कृत श्लोकों का सस्वर वाचन एवं आस्वाद लिया।

     

महाविद्यालय के प्राचार्य महोदया ने बताया कि संस्कृत के प्रत्येक श्लोकों का हमारे जीवन मे महत्व है, हमें श्लोकों के अर्थ को ग्रहण करना चाहिए।संस्कृत विभाग के तृतीय सेमेस्टर के छात्र मनीष यादव ने 

“उत्तरं यत समुद्रस्य हिमाद्रेश्चैव दक्षिणम ।

वर्ष तद भारतं नाम भारती  यत्र सन्तति।।”

 श्लोक का अर्थ बताया कि समुद्र के उत्तर में हिमालय और दक्षिण में जो देश है उसे भारत कहते है,उसकी संतानों को भारतीय कहते है। भारतीयों का संस्कृत ज्ञान  पूरे विश्व को मार्ग प्रशस्त करने में सार्थक सिद्ध होकर विश्व गुरु के सोपानों पर विद्यमान है।

संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष श्री के.एस. कँवर में संस्कृत की महत्ता पर प्रकाश डालते हुये महाविद्यालय के आदर्श वाक्य ” आरोह तमसो ज्योति:” के भाव को विस्तृत रूप से बताया,साथ ही छात्रों को संस्कृत विषय के प्रति रुचि लेने के लिए प्रेरित किया।

संस्कृत विभाग के प्राध्यापिका श्रीमती शिवांगी मिश्रा ने संस्कृत विषय में अवसर सीमित है।संस्कृत समस्त ज्ञान का भंडार है।विद्यार्थियों द्वारा संस्कृत विषय की महत्ता पर विचार अभिव्यक्त कर श्लोक के माध्यम से एवं चिन्हांकित विषय पर निबंध लेखन कार्य  कर  कार्यक्रम को सफल बनाया।