नादिर गोदरेज प्रतिष्ठित सीएलएफएमए लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से हुए सम्मानित

मुंबई, 28 अगस्त, 2023 – गोदरेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक और गोदरेज एग्रोवेट लिमिटेड के अध्यक्ष नादिर गोदरेज को पशुधन उद्योग में उनके योगदान और इस क्षेत्र की उपलब्धियों के लिए, हाल की में संपन्न हुए प्रतिष्ठित सीएलएफएमए ऑफ इंडिया की भारतीय संगोष्ठी (इंडिया सिम्पोज़ियम) में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।

कंपाउंड फीड मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएलएफएमए) एक शीर्ष संगठन और देश के गतिशील पशुधन क्षेत्र की आवाज़ है। इस संस्था से, संपूर्ण पशु प्रोटीन मूल्य श्रृंखला का प्रतिनिधित्व करने वाले 230 से अधिक सदस्य जुड़े हैं और इसे देश भर में संबंधित क्षेत्रों के अलावा पशुपालक किसानों, केंद्र एवं राज्य सरकारों, कृषि विश्वविद्यालयों, अनुसंधान संस्थानों से मान्यता प्राप्त है।

पुरस्कार प्राप्त करने के बारे में,  श्री गोदरेज ने कहा, “मैं सीएलएफएमए के अध्यक्ष रहा हूं और इस नाते मैं इस पुरस्कार को प्राप्त कर बेहद सम्मानित महसूस कर रहा हूं, जो पूरी गोदरेज एग्रोवेट टीम के सामूहिक प्रयास का परिणाम है।”

उन्होंने कहा “हमारा सफ़र, भारत के पशु-चारा उद्योग के भविष्य की परिकल्पना के साथ विविधीकरण और अप्रत्याशित अवसरों वाला रहा। वैश्विक सहयोग के साथ, कंपाउंड फ़ीड के क्षेत्र में सबसे पहले उतरने से लेकर चुनौतियों के समाधान तक, हमारे विकास में नवोन्मेष की प्रमुख भूमिका रही। हमें उम्मीद है कि सरकारी हस्तक्षेप और एनजीकार्ड जैसे दूरदर्शी अत्याधुनिक केंद्रों के साथ, हम इस क्षमता को साकार कर सकेंगे। शहरीकरण और उपभोग के बदलते पैटर्न के साथ अच्छी गुणवत्ता वाले प्रोटीन की मांग बढ़ती जा रही है, ऐसे में कुशल और सुलभ स्रोत प्रदान करने में उद्योग की क्षमता का महत्त्व स्पष्ट है। हम नवोन्मेष और सहयोग के ज़रिये, इस क्षेत्र को आत्मनिर्भरता, समृद्धि और भारतीय कृषि के अपेक्षाकृत अधिक पर्यावरण अनुकूल  भविष्य की ओर ले जा सकते हैं।“

सीएलएफएमए ऑफ इंडिया सिंपोज़ियम ने उद्योग विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और सम्बद्ध पक्षों को मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी क्षेत्रों के सतत विकास के लिए रणनीतियों पर सहयोग और विचार-विमर्श करने के लिए एक आदर्श मंच प्रदान किया। इस समारोह ने, इन उद्योगों के लिए एक उज्जवल भविष्य की कल्पना करने, तकनीकी नवाचार, जिम्मेदार कृषि प्रथाओं और राष्ट्र के समग्र विकास को बढ़ावा देने के लिए उत्प्रेरक की भूमिका निभाई।