खाना खजाना : दूधी थेपला

अगर आप नाश्ते में पोहा और उपमा खाकर बोर हो रहे हैं और कुछ नए की तलाश में हैं तो ये गुजराती डिश आपके लिए है। खास बात ये है कि इसे बनाने के लिए लौकी का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन, इसका स्वाद इतना अच्छा होता है कि हर कोई इसे बड़े चाव से खा सकता है। इतना ही नहीं इसमें ज्यादा तेल मसालों का भी इस्तेमाल नहीं किया जाता जिस वजह से ये सेहत के लिए कई प्रकार से हेल्दी है। इसके अलावा इसे बनाने के लिए आपको ज्यादा समय भी नहीं लगेगा। तो, जानते हैं इस थेपले की रेसिपी और इसे खाने के फायदे।

सामग्री
दही
लौकी कद्दूकस किया हुआ
हल्दी
मिर्च राउडर
2 चम्मच तेल
हरी धनिया
नमक

विधि
अब सबसे पहले तो आटे में लौकी जो कि आपने कद्दूकस किया है उसे पानी सहित मिला लें। इसके बाद इसमें दही, हल्दी, मिर्च राउडर, 2 चम्मच तेल, हरी धनिया और नमक मिला लें। इस दौरान ध्यान दें कि लौकी में अपना पानी होता है और अगर आप ऊपर से पानी मिलाएंगे तो आटा गीला हो सकता है। गीले आटे का थेपला अच्छा नहीं बन पाएगा। तो, आटे को मुलायम तो बनाएं पर हल्का-हल्का पानी डालकर ही आटा गूंथें।


इसके बाद इस आटे पर थोड़ा सा तेल लगाकार एक गीले कपड़े से ढककर रख दें। लगभग 20 मिनट तक छोड़ दें। इसके बाद इसे आटे से रोटी की तरह खेपला बेल लें। फिर नॉन स्टिक तवे पर इसे थेपले को डालकर आराम से पकाएं। इसके बाद आप इसमें थोड़ा सा बटर लगाकार या फिर ऐसे भी खा सकते हैं।



आटे में कर सकते हैं ये हेल्दी बदलाव

इसके अलावा इस थेपले को और फाइबर युक्त बनाने के लिए आप ज्वार या बाजरे का आटा भी ले सकते हैं। साथ ही इस थेपले के अंदर आप सब्जियों की एक स्टफिंग भी कर सकते हैं। इसके लिए आप उबले आलू, कार्न, प्याज, टमाटर और खीरा का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे आप सॉस या फिर मेयोनीज में मिलाकर थेपले की फीलिंग कर सकते हैं। तो, नाश्ते में दूधी थेपला बनाएं और खुशी से खाएं।