5 वर्ष में हाथियों ने दर्जनों लोगों की हत्या की, जनप्रतिनिधि मौन क्यों? – सिन्हा

कोरबा, 21 अगस्त।सामाजिक कार्यकर्ता विनोद सिन्हा ने जारी एक बयान में बताया कि छत्तीसगढ़ में पिछले 5 वर्षों में दर्जनों निर्दोष ग्रामीणों की हत्या हाथी के उत्पात मचाने से हुई है हर बार वन विभाग सहायता का हवाला देकर मामले की रफा-दफा करते रहे हैं जबकि वनांचल क्षेत्रों में ग्रामीणों को बचाने के लिए हाथियों पर करोड़ों रुपए प्रति वर्ष खर्च हो रहे हैं फिर भी हाथियों के उत्पात से जनधन व जान की हानि रुकने का नाम नहीं ले रही है आखिर यह कब तक होता रहेगा जनप्रतिनिधि मुख दर्शक बने हुए हैं जबकि वन विभाग घटना के कुछ दिनों तक सक्रिय रहती है उसके बाद फिर वन विभाग निष्क्रियता दिखाने लगती है जिसके परिणाम स्वरूप आए दिन ग्रामीणों की हाथियों द्वारा हत्या आम बात हो गई है।


सिन्हा ने आगे बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रतिवर्ष हर जिले में हाथी प्रभावित क्षेत्रों में हाथी उत्पाद रोकने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है लेकिन स्थिति जस की तस है इसलिए उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन से मांग किया है कि जिस जिले में ग्रामीणों के जान माल की छती के अतिरिक्त हाथियों द्वारा ग्रामीणों की हत्या की गई है इस संबंध में वन विभाग संबंधित अधिकारी के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज किया जाए ताकि इन वन विभाग की लापरवाही पर रोक लगाई जा सके।


सिन्हा ने आगे बताया कि पिछले दिनों कोरबा जिले के कटघोरा वन मंडल के अंतर्गत हाथियों की झुंड ने उत्पाद मचाते हुए जन धन कि हानि तो की ही साथ ही साथ घर के अंदर 80 वर्षीय वृद्ध महिला को खींच कर पटक पटक कर हत्या कर दी इस दर्दनाक घटना के बाद भी छत्तीसगढ़ के खासकर कोरबा जिले के जनप्रतिनिधि मौन धारण किए हुए हैं ऐसी स्थिति बार-बार हो रही है वन विभाग पर कोई लगाम नहीं है ग्रामीण क्षेत्रों में हाथियों का झुंड ग्रामीण घरों तक न पहुंचे इसके लिए वन विभाग केवल कागजों में कार्रवाई कर रही है रोकने के लिए कोई सक्षम व्यवस्था उपाय नहीं करने के कारण आज 80 वर्षीय वृद्धि की हत्या हो गई इसके लिए जिम्मेदार वन विभाग के विरुद्ध कठोर से कठोर हत्या सहित अन्य धाराओं में कार्रवाई होनी चाहिए यह क्षेत्र की जनता की मांग है।

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