Monsoon Health Tips: मानसून सीजन के दौरान वातावरण में कई तरह के बदलाव होते हैं। इन्हीं बदलावों के कारण में लोगों में सर्दी, खांसी, बुखार और अन्य फ्लू जैसी परेशानियां देखने को मिलती हैं। ये हल्की बीमारियां बच्चे और बड़े दोनों को प्रभावित कर सकती हैं। ऐसे में हेल्दी डाइट लेना महत्वपूर्ण है, जिसमें इम्युनिटी बूस्टिंग फूड्स शामिल होने चाहिए। इसके अलावा कुछ घरेलू उपाय भी हैं, जिनकी मदद से बीमारियों और संक्रमण से राहत मिल सकती है। आइये जानते हैं।
मानसून में बीमारियों से बचने के घरेलू उपाय
1. हल्दी वाला दूध
हल्दी वाला दूध एक लोकप्रिय घरेलू उपचार है, जिसका इस्तेमाल कई परेशानियों में के लिए किया जाता है। फ्लू के लक्षण, सामान्य सर्दी, खांसी और बुखार जैसे परेशानियों के इलाज में यह काफी फायदेमंद हो सकता है। आयुर्वेद चिकित्सा में यह एक प्रसिद्ध और फायदेमंद ड्रिंक है, जो मानसून की बीमारियों को दूर रख सकता है। कंजेशन, सिरदर्द और गले की खराश को ठीक करने के लिए रात को सोने से पहले हल्दी वाले दूध को पी सकते हैं।
2. नीम की चाय
नीम की पत्तियों में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो मानसून के कारण होने वाले बुखार के इलाज में मदद कर सकते हैं। किसी भी मौसमी बदलाव के दौरान इस चाय को पीना अच्छा रहता है। मानसून में बीमारी के लक्षणों के इलाज और रोकथाम के लिए नीम की पत्तियों को पानी में उबालना होगा और इस काढ़े का एक कप पीना होगा। नीम की चाय आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाएगी, जिससे आपका शरीर कई संक्रमणों से बचेगा।
3. अदरक वाली चाय
नीम की चाय के साथ-साथ अदरक की चाय भी काफी फायदेमंद हो सकती है। यह बहती नाक और अन्य मानसून संबंधी बीमारियों से तुरंत राहत दिला सकती है। अदरक में एंटी-बैक्टीरियल, एंटीवायरल, एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। अदरक को नेचुरल ट्रीटमेंट के रूप में इस्तेमाल करने के लिए इसकी जड़ का एक टुकड़ा ले और पतले स्लाइस काट लें। एक कप पानी में स्लाइस डालें और इसे कुछ मिनट तक उबलने दें। बेहतर स्वाद के लिए अदरक की चाय में थोड़ा सा शहद मिला सकते हैं। ऐसा दिन में कम से कम 3-4 बार पिएं।
4. मुलेठी
मुलेठी भी मानसून संक्रमण के इलाज और रोकथाम के लिए एक बेहतरीन प्राकृतिक जड़ी बूटी है। यह सर्दी, कंजेशन और गले में खराश के लक्षणों को ठीक करने के लिए बेहद फायदेमंद उपचार है। इसके लिए मुलेठी की जड़ को कुचलकर पाउडर बना सकते हैं या फिर इसे काढ़े के रूप में उबाल सकते हैं। यह शरीर को बीमारियों से बचाने और प्रतिरक्षा को बढ़ाने में मदद करता है।
5. लहसुन
लहसुन भी एक ऐसा इंग्रीडिएंट है, जो किचन में आसानी से मिल जाता है। खाने में स्वाद बढ़ाने के अलावा यह कई स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज भी कर सकता है। बस सुबह खाली पेट कच्ची लहसुन की कलियों का सेवन कर सकते हैं। लहसुन में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीवायरल, एंटीफंगल और एंटीप्रोटोज़ोअल गुण होते हैं, जो शरीर को मानसून की बीमारियों से बचाने में मदद कर सकते हैं। यह लगातार सर्दी और खांसी को ठीक करने के लिए एक प्रभावी घरेलू उपचार है क्योंकि यह बलगम के गठन को साफ करता है। इसमें एलिसिन नाम का एक एक्टिव कम्पाउंड होता है, जो इसे कुचलने पर एक्टिव हो जाता है।
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