शिमला। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन के बाद आपदा प्रभावित राज्य घोषित कर दिया गया है। गौरतलब है कि आधिकारिक तौर हिमाचल प्रदेश में अभी तक प्राकृतिक आपदा के कारण 330 लोगों की मौत दर्ज की गई है और 12 हजार से अधिक घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। एक अनुमान के मुताबिक, राज्य सरकार ने 10 हजार करोड़ रुपए से अधिक के नुकसान का आकलन किया है। विशेषकर, कृषि व बागवानी को भारी नुकसान होने की आशंका जताई गई है।
राज्य सरकार ने जारी की अधिसूचना
हिमाचल सरकार ने प्राकृतिक आपदा प्रभावित राज्य घोषित करने से संबंध में शुक्रवार को अधिसूचना भी जारी कर दी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हमने हिमाचल को प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित किया है। केंद्र सरकार को अब जल्द ही राज्य के लिए आर्थिक सहायता भेजना चाहिए।
संचार व यातायात भी प्रभावित
हिमाचल प्रदेश में तेज बारिश व भूस्खलन के कारण कई जिलों में संचार व्यवस्था पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। इसके अलावा भूस्खलन के कारण सड़क संपर्क टूटने से यातायात भी प्रभावित हुआ है। इस कारण से राज्य में व्यावसायिक गतिविधियां भी अछूती नहीं रही हैं।
उत्तराखंड में पर्यटकों के लिए अलर्ट
उत्तराखंड में भी लगातार भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही है। भूस्खलन के कारण हुई कई दुर्घटनाओं के बाद पौड़ी गढ़वाल की SSP श्वेता चौबे ने लक्ष्मण झूला क्षेत्र के सभी होटल और रिसॉर्ट मालिकों को पर्यटकों की बुकिंग लेने से पहले उन्हें मौसम विभाग के अलर्ट के बारे में सूचित करने के निर्देश दिए। इसके अलावा पर्यटकों को भी एहतियात बरतने के लिए कहा गया है।
राजधानी दिल्ली में अच्छी बारिश
इधर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में लगातार बारिश हो रही है। बदरपुर, द्वारका आदि क्षेत्रों में बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव की स्थिति निर्मित हो गई है।
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