अक्षय कुमार की फिल्म ‘ओएमजी 2’ ट्रेलर रिलीज के बाद से हेडलाइन्स में बनी हुई है। फैंस इस फिल्म को देखने के लिए काफी बेकरार थे और उनका ये इंतजार 11 अगस्त को खत्म हुआ, जब फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई। एडल्ट एजुकेशन पर बनी इस मूवी ने दो दिनों में 25 करोड़ तक की कमाई कर ली है। इंडिपेंडेंस डे पर इसके कलेक्शन में इजाफा होने की उम्मीद है। अलग टाइप का कंटेंट होने की वजह से फिल्म को ए सर्टिफिकेट से नवाजा गया है।
फैंस के बीच पहुंचे अक्षय कुमार
अमिता राय के निर्देशन में बनी ‘ओएमजी 2’ को लेकर कुछ जगह विरोध किए जा रहे हैं, लेकिन ओवरऑल फिल्म ऑडियंस को पसंद आ रही है। लोगों का कहना है कि यह मूवी महज एंटरटेनमेंट का जरिया नहीं है, बल्कि महत्वपूर्ण संदेश देने वाली फिल्म है। देशभर में फिल्म को लगभग 1500 स्क्रीन्स पर रिलीज किया गया है। हाल ही में पंकज त्रिपाठी और अक्षय कुमार फैंस का रिएक्शन जानने के लिए एक थिएटर में पहुंचे।
स्कूलों में दिखानी चाहिए फिल्म
थिएटर में फैंस के बीच पहुंचे अक्षय कुमार ने न सिर्फ खिलाड़ी कुमार ने फिल्म का फीडबैक लिया, बल्कि स्कूलों में फिल्म को दिखाने की बात कही। उन्होंने कहा, ”कमाल की बात बताऊं, ये पहली एडल्ट फिल्म है, जो टीनएजर्स के लिए बनी है। दरअसल, ये सब स्कूल में दिखाना चाहिए।”
ए सर्टिफिकेट हटाने की मांग
‘ओएमजी 2’ को ए सर्टिफिकेट मिला है। यानी कि फिल्म को 18 साल के कम उम्र के बच्चे नहीं देख सकते। फिल्म देखने के बाद फैंस ने इसके सब्जेक्ट की तारीफ की है। उनका कहना है कि ‘ओएमजी 2’ से ए सर्टिफिकेट हाटकर यूए सर्टिफिकेट देना चाहिए। यह ऐसी फिल्म है, जिसे हर किसी को देखनी चाहिए।
क्या है ‘ओएमजी 2’ की कहानी?
‘ओएमजी 2’ की कहानी है कांति शरण मुदल (पंकज त्रिपाठी) के बेटे की, जो गे है। स्कूल में उसे उसकी सेक्शुएलिटी के लिए उसे बुली किया जाता है, जो परेशान होकर आत्महत्या कर लेता है। इस वाक्ये से आहत होकर कॉलेज के प्रिंसिपल कांति शरण मुदल बच्चों के लिए एडल्ट एजुकेशन कंपलसरी करवाने की कोशिश करते हैं। फिल्म में धार्मिक प्रवृत्ति के लोग इस बात का विरोध करते हैं और इसे भगवान की नियती के खिलाफ बताते हैं। इसके लिए कांति को कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ती है। अक्षय कुमार जो भगवान शिव के दूत बने हैं, वह पंकज त्रिपाठी की मदद करते हैं।
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