जब रेल ही नहीं रहेगी तो सुंदर स्टेशनों का क्या होगा? : कांग्रेस

रायपुर, 6 अगस्त । अमृत भारत योजना के तहत देश भर के 508 रेलवे स्टेशनों के तथाकथित कायाकल्प करने की केंद्र सरकार का दावा देश की जनता के साथ छलावा है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि केंद्र सरकार यात्री रेल और रेल सुविधाओं को बंद करने का षड़यंत्र कर रही है देश भर में यात्री गाड़ियां बंद की जा रही है, यात्री गाड़िया अचानक रद्द कर दी जाती है, यात्री गाड़ियां घंटों नहीं दो-दो दिन लेट चल रही है। ऐसे में रेलवे स्टेशनों को सुंदर और चमकीले बनाने से क्या होगा? जब रेलवे से आम आदमी को मिलने वाली सुविधा ही समाप्त कर दी जायेगी तो लोगों को अपने शहरों के रेलवे स्टेशनों की सुंदरता से क्या फायदा होगा?

दीपक बैज ने कहा कि रेलवे को लेकर केंद्र सरकार की कार्य प्रणाली से ऐसा प्रतीत हो रहा सरकार देश की सबसे विश्वसनीय यात्री सुविधा परिवहन के निजीकरण का षडयंत्र रच रही है। केंद्र सरकार ने देश की सबसे विश्वसनीय नागरिक परिवहन सुविधा मानी जानी वाली रेल सुविधा को मजाक बनाकर रख दिया है। पहले से आने जाने की तैयारी का ट्रेन की टिकट आरक्षित कराए जनता के साथ धोखा केंद्र सरकार कर रही है। बीते 8 माह से अधिक हो चुका है जब ट्रेनों को अचानक स्थगित कर दिया जा रहा है।

दीपक बैज ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारें रेलवे को नागरिकों की सुविधा के लिये चलाती थी, अब केंद्र सरकार कमाने के लिये जनता को लूटने के लिये इस्तेमाल कर रही है। रेलवे जनता को मिलने वाली सारी सुविधाएं बंद कर दिया। वृद्ध, विकलांग, छात्रों की सुविधाये हटा दिया। रेलवे स्टेशन पर टिकिट बिक्री बंद कर टिकिटों के दाम बढ़ा दिया गया। केंद्र सरकार इतनी क्रूर और अमानवीय और गैर जिम्मेदार हो चुकी है कि एक्सप्रेस ट्रेनों को गंतव्य स्थान पहुंचने के पहले बीच रास्ते में रद्द कर घोषणा कर दिया जाता है कि ट्रेन आगे नहीं जायेगी। आजादी के पहले से रेल आम आदमी की यात्रा का सबसे महत्वपूर्ण साधन है।

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