हनुमानजी का चमत्कार : नदी की बाढ़ में मंदिर बह गया, बजरंगबली जस के तस खड़े रहे

मूसलाधार बारिश में दमोह जिले के गुरैया नदी में भीषण बाढ़ आ गई। नदी प्रचंड वेग से बहते हुए रोह​णी गांव में नदी का घाट और यहां बना मंदिर बहा ले गई, नदी का पानी उतरा तो चमत्कार नजर आया। मंदिर में विराजमान बजरंग बली की प्रतिमा यथावत खड़ी रही। नदी बजरंग बली की को रत्तीभर भी डिगा नहीं पाई।

मध्य प्रदेश के दमोह जिले के जबेरा ब्लॉक में गुरैया नदी की बाढ़ उतरने के बाद चमत्कार देखने को मिला। दरअसल दो दिन तक रोहिणी गांव का बड़ा इलाका बाढ़ में डूबा रहा। शनिवार को जब बाढ़ का पानी उतरा तो नदी किनारे बना हनुमानजी का मंदिर और नदी के घाट ढह चुके थे, इन सबके बीच मंगलमूर्ती बजरंगबली की प्रतिमा अटल रूप से अडिग खड़ी थी। स्थानीय लोगों के अनुसार नदी का बहाव काफी तेज था, कई मकान, पेड़ इसमें बह गए। हनुमानजी और शंकरजी का मंदिर भी नहीं बचा। मंदिर के अवशेष चारों तरफ पत्थर-फर्शी के रूप में बिखरे दिख रहे हैं। बाढ़ के दौरान पानी में बजरंगबली की प्रतिमा भी डूबी हुई थी, लेकिन बाढ़ के बावजूद उनकी प्रतिमा यथावत खड़ी है, उन्हें रत्तीभर भी नुकसान नहीं पहुंचा है।

पूरा गांव जलमग्न हो गया था

भारी बारिश के चलते गुरूवार-शुक्रवार को गुरैया नदी का जलस्तर बढ़ता गया। गुरैया नदी ने बाढ़ का रूप ले लिया और रोहणी गांव को अपनी चपेट में ले लिया था। लगभग पूरा गांव जलमग्न हो गया था। इस बीच बाढ़ के कहर ने नदी के तट पर बने हनुमानजी महाराज के मंदिर को भी निगल लिया। बाढ़ में मंदिर तो धराशायी हो गया, लेकिन बाढ़ का पानी बजरंगी की प्रतिमा को नहीं जरा सा भी नहीं हिला सका। लोग इसे चमत्कार हनुमानजी का मान रहे हैं।

भारी बारिश से कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात

बता दें कि भारी बारिश से दमोह जिले में नदियों ने बाढ़ का रूप ले लिया है। जबेरा, तेंदूखेड़ा इलाके में कई इलाकों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। करीब 100 लोगों को व्यारमा नदी के बहाव के बीच रेस्क्यू भी किया गया था।