जिले मे 10 से 21 अगस्त तक चलेगा फाइलेरिया मुक्त अभियान

बेमेतरा,05 अगस्त । बेमेतरा जिलाधीश पदुम सिंह एल्मा ने राष्ट्रीय फाईलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तैयारियों के संबंध में आज यहाँ कलेक्ट्रेट ज़िला अधिकारियों व जनपद और विकासखंड स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि फ़ाईलेरिया जैसी गंभीर बीमारी से बचाव के लिए सरकार प्रति वर्ष सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम का आयोजन करती है। जिसके अंतर्गत सभी व्यक्तियों को (02 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं व गंभीर बीमारी व्यक्तियों को छोड़कर) फ़ाईलेरिया के बचाव की दावा खिलाई जाती है। 

जिले मे फ़ाईलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम आगामी 10 से 21 अगस्त तक चलेगा। यह कार्यक्रम बेमेतरा ज़िले में भी चलेगा। अभियान के दौरान दवा खिलाने वाले दल के सदस्यों की ओर से घर-घर जाकर सभी पात्र लाभार्थियों को दवा सी.ई.डी, खिलाए जाएंगे। इसके साथ ही राष्ट्रीय कृमि दिवस अन्तर्गत 01 वर्ष से ऊपर समस्त बच्चों व्यक्तियों को कृमिनाशक दवा अल्बेंडाजोल गोली खिलायी जाएगी। बैठक में अपर कलेक्टर डा. अनिल पजपेयी, जिला फाइलेरिया नोडल डा. ज्योति जशाठी, सीएमओ भूपेंद्र उपाध्याय, बीएमओ डीपीएम बीपीएम उपस्थित थे। जनपद व विकासखंड स्तरीय वीडियो कॉन्फ़्रेस के ज़रिए जुड़े।

डॉक्टर ज्योति जशाठी ने जानकारी दी कि जिले में 10 से 21 अगस्त तक फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम चलाया जाएगा। इसमें 10 अगस्त को बूथ स्तर पर कार्यक्रम किया जाएगा। उस दिन सभी महत्वपूर्ण जगहों पर बूथ लगाकर लोगों को सामने रहकर दवा का सेवन कराया जाएगा और उनके पहचान चिन्ह लगाया जाएगा। इसके बाद 11 से 21 अगस्त तक घर घर जाकर दवा प्रशासक, लोगों को दवा का सेवन कराएंगे अलग अलग उम्र के लोगों के लिए अलग अलग डोज़ दिया जाएगा। इस कार्यक्रम में 2 साल से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं तथा गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को दवा का सेवन नहीं करना है। 

साथ ही उन्होंने यह भी बताया की जब व्यक्तियों को दवा का सेवन कराया जाएगा और उनमें अगर फलेरिया के कृमि मौजूद होंगे तो दवा सेवन के बाद उसके कुछ लक्षण प्रदर्शित होंगे। जैसे सर दर्द, उल्टी जैसा महसूस होना या उल्टी होना, बदन दर्द, हल्का बुखार इत्यादि हो सकता है। इससे बिल्कुल घबराना नहीं, है यह लक्षण प्रदर्शित करता है कि आपके अंदर फाइलेरिया के कृमि मौजूद थे और वह मर रहे हैं। यह लक्षण कुछ समय में स्वतः ठीक हो जाएंगे अन्यथा आप दवा प्रशासक को इसकी जानकारी देकर उनसे दवा भी प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही अगर किसी को अत्यधिक परेशानी होती है तो इसके लिए जिला में तथा सभी सीएचसी केंद्र में आरआरटी रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है, जो तुरंत उपचार करेगी। साथ ही उन्होंने जिले वासियों से इस कार्यक्रम के दौरान फाइलेरिया विलोपन की दवा का सेवन करके जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाने की अपील की।

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