पूरा होगा 16000 क्यूबिक मीटर से अधिक जल संग्रहण का लक्ष्य
रायगढ़; 5 जुलाई । तालाब ग्रामीणों के दैनिक जीवन के अभिन्न अंग हैं, जिसका उपयोग ग्रामीणों द्वारा विभिन्न प्रयोजनों के लिया किया जाता है। वहीं जिले के पुसौर विकासखंड में भू-जल के लगातार कृषि सहित अनेक प्रयोजनों में उपयोग से भू-जल स्तर दिन प्रतिदिन गिरता जा रहा है।
साथ ही मिट्टी के तलछटीकरण के कारण मौजूदा तालाबों में जल संग्रहण क्षेत्र भी कम होता जा रहा है। जिससे क्षेत्र में जल की समस्या बढ़ती जा रही है। अदाणी फाउंडेशन द्वारा इस समस्या को संज्ञान में लेते हुए इसके समाधान के लिए पास के ग्रामों में अतिरिक्त जल संचय हेतु तालाबों का गहरीकरण कार्य कराया जा रहा है।
अदाणी पॉवर लिमिटेड, रायगढ़ के सामाजिक सरोकारों के तहत ग्राम पंचायत रुचिदा, बुनगा और पुटकापुरी में स्थित कुल तीन तालाबों का गहरीकरण किया गया है। इस पहल से इन ग्रामों के तालाबों की भू-जल संचय क्षमता में वृद्धि हुई है जिससे अब लगभग 16262 क्यूबिक मीटर जल का अतिरिक्त भंडारण होगा। इसके साथ ही तालाबों में भू-जल स्तर बढ़ने से कृषि सम्बन्धित और मवेशियों की आवश्यकताएं भी पूरी हो सकेगी।
अदाणी फाउंडेशन द्वारा जिला प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों के अनुमोदन पर गहरीकरण का कार्य ग्रीष्म ऋतु में शुरू किया गया था। जिसका उद्घाटन ग्राम रुचिदा के सरपंच श्री देव कुमार साहू और ग्राम बुनगा की सरपंच श्रीमती कस्तूरबा सिदार द्वारा अदाणी ग्रुप के अधिकारियों एवं ग्रामीणों की उपस्थिति में तीनों तालाबों की पूजा-अर्चना कर किया गया। फाउंडेशन द्वारा यह कार्य तय समय में पूरा कर लिया गया है जिससे अब वर्षा ऋतु के प्रारंभ होने पर इन तीनों तालाबों में पानी का भराव भी होने लगा है।
अदाणी फाउंडेशन द्वारा हमेशा से पर्यावरणीय समस्याओं को कम करने के लिए व्यक्तिगत और ग्राम स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही जल संरक्षण के लिए लोगों को सक्षम बनाना भी कार्यक्रम का उद्देश्य है। पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने हेतु तालाबों के मेड़ों पर छायादार पौधे लगाने का कार्य भी अदाणी फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है।
अदाणी फाउंडेशन क्षेत्र में निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व के अन्तर्गत शिक्षा, स्वास्थ्य, जीविकोपार्जन, अधोसंरचना विकास, के साथ-साथ जल संचय और पर्यावरण संरक्षण से सम्बन्धित कई कार्यक्रम संचालित करता है।
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