Bank Account Charges: आज के टाइम में सभी लोगों के पास बैंक का अकाउंट होता है। देश में अभी भी कुछ लोगों के पास बैंक अकाउंट नहीं है। प्रधानमंत्री जन-धन योजना के बाद से देश में कई लोगों ने बैंकों में अकाउंट ओपन कर दिया है। इस योजना के बाद देश में तकरीबन सभी के पास बैंक अकाउंट होता है। हम सभी ने कई बार देखा होगा कि बैंक हमारे अकाउंट से पैसे काट लेते हैं। ऐसे में हमें जरूर जान लेना चाहिए कि बैंक हमारे अकाउंट से कब-कब पैसे काटते हैं। आइए, जानते हैं कि बैंक ग्राहक से कौन-से चार्ज लेता है
मेंटेनेंस चार्ज
सभी बैंक अकाउंट को सुचारु रूप से चलाने के लिए बैंक ग्राहक से मेंटेनेंस चार्ज लेता है। सभी बैंक अकाउंट में ये दरें अलग होती है। इसके अलावा कई बैंकों में भी ये दरें अलग होती है। आप इस चार्ज के बारे में बैंक के नियम व शर्तों के माध्यम से जान सकते हैं।
डेबिट कार्ड चार्ज
बैंक ग्राहक को अकाउंट ओपन करवाते समय डेबिट कार्ड देती है। इस कार्ड के लिए बैंक ग्राहक से चार्ज लेती है। यह चार्ज सालाना आधार पर लिया जाता है। अगर किसी ग्राहक को डेबिट कार्ड नहीं चाहिए होता है तो वह बैंक से डेबिट कार्ड नहीं लें। इसके अलावा अगर आपके पास एक से ज्यादा बैंक अकाउंट है तो आप केवल एक ही डेविट कार्ड लें।
एटीएम चार्ज
हम जब भी दूसरे बैंक का एटीएम इस्तेमाल करते हैं तो हमें उसके लिए एटीएम चार्ज देना होता है। आप जिस बैंक के ग्राहक हैं उस बैंक से आप एक महीने में 4 बार पैसे निकाल सकते हैं। इसके लिए आपको कोई चार्ज नहीं देना होगा।
कम बैलेंस
अगर आपके अकाउंट में न्यूनतम डिपॉजिट से कम राशि होती है तो बैंक आपसे चार्ज लेता है। अगर अकाउंट में न्यूनतम राशि होती है तो आपको कोई चार्ज नहीं देना होगा।
ओवरड्राफ्ट चार्ज
बैंक सभी ग्राहक से ये चार्ज नहीं लेता है। सेविंग अकाउंट के ग्राहक को यह सुविधा नहीं मिलती है। आपको कोशिश करनी चाहिए कि आप इस तरह के चार्ज से बचे रहें।
ट्रांसफर चार्ज
आप जब भी यूपीआई, आईएमपीएस, आरटीजीएस, एनईएफटी जैसे डिजिटल माध्यम से पेमेंट करते हैं तो आपको इसके लिए चार्ज देना होता है।
अकाउंट बंद करने पर चार्ज
जब भी कोई ग्राहक अपना अकाउंट बंद करता है तो बैंक उनसे चार्ज लेता है। ऐसे में आपको अकाउंट बंद करने से पहले सोच-विचार जरूर कर लेना चाहिए।
दो तरह के होते हैं बैंक अकाउंट
देश में कोई भी ग्राहक दो तरह के अकाउंट खुलवा सकते हैं। आम लोग सेविंग अकाउंट ओपन कर सकते हैं। इस अकाउंट को बचत खाता भी कहा जाता है। जो लोग ज्यादा ट्रांजेक्शन करते हैं वो करेंट अकाउंट ओपन कर सकते हैं। देश के बिजनेसमैन करेंट अकाउंट खुलवाते हैं। कई सेविंग अकाउंट जीरो बैलेंस में भी खुल सकते हैं। बैंक आपसे हर अकाउंट पर चार्ज लेता है।
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