विश्व स्तनपान सप्ताह की हुई शुरुआत

रायपुर,02 अगस्त। जिले के गुढ़ियारी सेक्टर अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र बड़ा अशोकनगर में विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जा रहा है । विश्व स्तनपान सप्ताह के प्रथम दिवस पर  डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम वार्ड पार्षद  मंजू वरिंद्र साहू और रायपुर पश्चिम के विधायक प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे । इस आयोजन का मूल उद्देश्य बच्चों के स्वास्थ्य  का ख्याल रखना है ।  1 से 7 अगस्त तक मनाए जाने वाले विश्व स्तनपान सप्ताह की जानकारी शिशुवती महिलाओं और उनके परिवार को देना है ताकि शिशु को पर्याप्त पोषण मिल सके और बच्चा सुपोषित हो सके। इस अवसर पर स्वस्थ शिशु प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया । जिला कार्यक्रम अधिकारी निशा मिश्रा के नेतृत्व एवं रायपुर शहरी 2 की परियोजना अधिकारी सरोजनी चौधरी के मार्गदर्शन में स्तनपान सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है ।

इस अवसर पर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम वार्ड पार्षद मंजू वरिंद्र साहू ने कहा “बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर रखना और उनके पोषण के स्तर में सुधार के साथ आंगनबाड़ी केंद्र पर आने वाली गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं को बच्चों को स्वस्थ रखने के बारे में भी बतायें । साथ ही स्तनपान को लेकर भी जागरूक किया जाये । शिशु के संपूर्ण विकास के लिए 6 माह तक सिर्फ स्तनपान कराना चाहिए। बच्चों को स्तनपान की बजाय बोतल का दूध पिलाना सही नहीं है। क्योंकि मां का दूध बच्चे के लिए अमृत होता है। शिशु के संपूर्ण शारीरिक और मानसिक विकास और रोगों से लड़ने की ताकत शिशु को मां का दूध ही देता है। इसलिए जन्म के छह माह तक शिशु को सिर्फ मां का दूध ही पिलाना चाहिए।

विश्व स्तनपान सप्ताह जानकारी देते हुए गुढ़ियारी सेक्टर की सुपरवाइजर रीता  चौधरी ने बताया: ’’राज्य शासन के निर्देश पर 1 अगस्त से 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में गुढ़ियारी सेक्टर की समस्त आंगनबाड़ियों में विश्व स्तनपान सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है । सेक्टर में 28 आंगनबाड़ी संचालित है जहाँ धात्री महिलाएं और गर्भवती महिलाएं पंजीकृत है। इनका नियमित रूप से इनका फॉलोअप भी किया जा रहा है।“

रीता चौधरी ने आगे बताया: “आंगनबाड़ी केंद्र में पंजीकृत गर्भवती महिलाओं को गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर स्वास्थ्य के लिए सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं के बारे में भी जानकारी दी जा रही है । विशेष रूप से ऐसी महिलाओं को तिरंगा थाली जिसमें तीन प्रकार की भोजन सामग्री हो, साथ ही  बेहतर पोषण बच्चे को कैसे मिलेगा और केंद्र से दिए जाने वाला पोषण आहार भी उनको दिया जाता है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिका द्वारा गृह भेंट के माध्यम से  स्वस्थ माता और स्वस्थ शिशु के बारे में भी बताया जाता है ।“ कार्यक्रम के अंत में स्वस्थ शिशु जो सामान्य में  थे,उन को पुरस्कृत भी किया गया ।

क्यों जरूरी है स्तनपान

माँ का दूध शिशु के जीवन के लिए बहुत जरूरी है, क्योंकि माँ  का दूध सुपाच्य होता है, इससे पेट की गड़बड़ियों की आशंका नहीं होती। माँ  का दूध शिशु की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी सहायक होता है।  स्तनपान शिशु को अपने शरीर का तापमान सामान्य रखने में मदद करता है। उसे गर्माहट प्रदान करने के अलावा, त्वचा से त्वचा का स्पर्श आपके और शिशु के बीच के भावनात्मक बंधन को और मजबूत बनाता है। स्तनपान शिशु को इनफेक्शन से लड़ने में मदद करता है। इसमे रोगप्रतिकारक (एंटीबॉडीज) होते हैं, जो शिशु की सर्दी-जुकाम, छाती में इनफेक्शन और कान का संक्रमण आदि से रक्षा करते हैं।