नई दिल्ली । विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने राज्य सभा में विपक्षी दलों के व्यवहार को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि यह कैसा ‘इंडिया’ है जो ‘इंडिया की उपलब्धियों को सुनना ही नहीं चाहता। विदेश मंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वे राज्य सभा में भारतीय विदेश नीति की सफलता को लेकर स्वतः ही बयान दे रहे थे, लेकिन विपक्ष भारत की उपलब्धियों को सुनने को तैयार ही नहीं है।
उन्होंने कहा कि विदेश नीति के मोर्चे पर आमतौर पर देश में राजनीतिक एकता रही है। प्रधानमंत्री के हाल के अमेरिका सहित कई अन्य देशों के दौरे के दौरान भारत ने कई बड़ी सफलताएं और उपलब्धियां हासिल की है। यह उपलब्धियां भारत की उपलब्धियां हैं, देश की उपलब्धियां हैं, जिसके बारे में वह सदन को जानकारी दे रहे थे। लेकिन विपक्ष यह तय कर चुका है कि कुछ भी हो जाये, लेकिन वो भारत की उपलब्धियों को सुनना नहीं चाहते।
विदेश मंत्री ने विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ये इंडिया इंडिया की बात करते हैं लेकिन इंडिया के हितों की बात ही नहीं सुनना चाहते। उन्होंने कहा कि यह कैसा ‘इंडिया’ है जो ‘इंडिया की उपलब्धियों को सुनना ही नहीं चाहता।
[metaslider id="347522"]