International Nelson Mandela Day : आज का दिन बेहद ही खास है. आज की तारीख यानि 18 जुलाई को हर साल पूरे विश्व में नेल्सन मंडेला की जयंती के तौर पर मनाया जाता है. इस खास दिन को अंतरराष्ट्रीय नेल्सन मंडेला दिवस के रूप में भी पहचाना हासिल है. नेल्सन मंडेला उस विराट व्यक्तित्व के थे, जिन्होंने अहिंसा के रास्ते पर चलकर शांति के साथ रंगभेद, गरीबी, मानवाधिकारों जैसे मुद्दो के लिए खुद को झोंक दिया. न सिर्फ इतना, बल्कि उन्होंने जनसेवा के लिए 27 साल तक जेल की सजा भी काटी और एक लंबी लड़ाई के बाद वो दक्षिण अफ्रीका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति बने.
दुनियाभर में नेल्सन मंडेला की छवि शांतिदूत के रूप में है. जिसप्रकार पूरे विश्व में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनके काम के लिए सम्मान दिया जाता है, बिल्कुल उसी तरह दक्षिण अफ्रीका के पहले राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला को भी सम्मान दिया जाता है. बता दें कि उन्हें साउथ अफ्रीका का ‘गांधी’ भी कहा जाता है. ऐसे में आइये आज उनके जन्मदिवस के मौके पर इसका खास इतिहास जानें, साथ ही अंतरराष्ट्रीय नेल्सन मंडेला दिवस की इस बार की थीम के बारे में जानें…
क्या है इस दिन का इतिहास
वो साल था 2009 जब, संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा इस खास दिन को मनाने की जरूरत महसूस हुई. तब खुद संयुक्त राष्ट्र द्वारा आधिकारिक तौर पर इस दिन मान्यता प्रदान करने का फैसला किया गया, जिसके बाद साल 2009 के नवंबर माह में इस दिन को मनाने की बड़ी घोषणा कर दी गई, जिसके बाद पहली बार इस दिन को साल 2010 की 18 जुलाई 2010 को औपचारिक तौर पर मनाया गया. इसके बाद से ये एक सिलसिला सा बन गया, और हर साल ही 18 जुलाई का ये दिन अंतरराष्ट्रीय नेल्सन मंडेला दिवस रूप में मनाया जाने लगा.
क्या है इस साल की थीम?
बता दें कि हर साल मनाया जाने वाला अंतरराष्ट्रीय नेल्सन मंडेला दिवस, नई थीम के साथ मनाया जाता है. इसी के मद्देनजर इस साल की थीम है “It’s in your hands”.
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