’’वे सच्चे अर्थो में मानवता के उपासक और सिद्धांतवादी थे’’ : शैलेन्द्र शर्मा

कोरबा, 6 जुलाई । डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत गृह, कोरबा पूर्व में दिनांक 06.07.2023 को डॉ. २यामा प्रसाद मुखर्जी की 122 वीं जयंती मनायी गई। इस अवसर पर उपस्थित संयंत्र के मुख्य अभियंता शैलेन्द्र कुमार शर्मा, श्रीमती अंजना कुजुर अति. मुख्य अभियंता (एस. एंड पी.), श्रीमती राजेश्वरी रावत अति. मुख्य अभियंता (एस. एंड एस. सी.), भुवनेश्वर प्रसाद पाटले, अति. मुख्य अभियंता (ईंधन प्रबंधन) आशीष श्रीवास्तव अति. मुख्य अभियंता (टी. एस. एस.), संजीव कंसल अति. मुख्य अभियंता (संचा.संधा.), के गरिमामय आतिथ्य में  डॉ. मुखर्जी की प्रतिमा पर माल्य अर्पण किया गया।

इस अवसर पर श्री शर्मा ने कहा डॉ. मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई 1901 को कलकत्ता में हुआ। वें बहुमुखी प्रतिभा के धनी थें एवं शिक्षाविद् के रूप में विख्यात थें। वे सच्चे अर्थो में मानवता के उपासक और सिद्धांतवादी थें। डॉ. मुखर्जी 33 वर्ष की अल्पायु में कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति बने। इस पद की नियुक्ति पाने वाले सबसे कम आयु के कुलपति थे।

 इस कार्यक्रम का संचालन अनिल गुप्ता, वरि. कल्याण अधिकारी के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम के अवसर पर संयंत्र के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थें। कार्यक्रम का आयोजन  सिविल विभाग द्वारा किया गया।

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