ग्रीष्मकालीन स्पर्धाओं के विजेता व रासेयो के श्रेष्ठ कैडेटों का हुआ सम्मान

रायपुर ,02 जुलाई ।   अग्रसेन महाविद्यालय पुरानी बस्ती में इक्कीसवां स्थापना दिवस मनाया गया।  इस मौके पर महाविद्यालय के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में  आमंत्रित पद्मश्री डॉ अरुण दाबके ने कहा कि अध्यापन की श्रेष्ठता से ही किसी शिक्षण संस्थान की पहचान बनती है।उन्होंने इंग्लैंड के प्रसिद्द ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां ग्यारह नोबेल विजेताओं को अतिथि प्राध्यापक के रूप में आमंत्रित किया जाता है। इस प्रयोग से संस्था की पूरी दुनिया में एक अलग ही पहचान बनी है।

समारोह में छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज की केन्द्रीय इकाई के पूर्व अध्यक्ष तथा महाराजाधिराज अग्रसेन शिक्षण समिति के कोषाध्यक्ष अजय दानी, वरिष्ठ समाजसेवी उमेश अग्रवाल, शिक्षाविद डॉ रविन्द्र अग्रवाल, पं रविशंकर शुक्ल विवि में वाणिज्य संकाय की पूर्व अधिष्ठाता डॉ मधुलिका अग्रवाल, महाराजाधिराज अग्रसेन शिक्षण समिति के सचिव एवं एडमिनिस्ट्रेटर डॉ अमित अग्रवाल विशेष रूप में उपस्थित थे।

इससे पहले महाविद्यालय के डायरेक्टर तथा महाराजाधिराज अग्रसेन शिक्षण समिति के अध्यक्ष डॉ वी.के. अग्रवाल ने कहा कि एक छोटी सी शुरुआत करते हुए अग्रसेन महाविद्यालय ने पिछले इक्कीस वर्षों में लगातार प्रगति की है। यहाँ के विद्यार्थी विभिन्न क्षेत्रों में अपना तथा महाविद्यालय और प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं।

कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय सेवा योजना के तीन कैडेटों को पं रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय की विभिन्न स्पर्धाओं में प्रतिभागी होने के लिए प्रमाण पत्र दिए गए. इनमें ऋषिका गाभी (स्पॉट पेंटिंग), आयुषी शुक्ला (वाद-विवाद) तथा भूमिका देवांगन (कार्टून मेकिंग) के नाम शामिल हैं. वहीँ वर्ष भर सक्रिय रहने वाले एन.एस.एस. कैडेटों को भी सर्टिफिकेट दिए गए. साथ ही महाविद्यालय में आयोजित ग्रीष्मकालीन कक्षाओं में सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी को पुरस्कार तथा अन्य सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिये गए. इनमें विजेताओं के नाम इस प्रकार हैं- पोस्टर स्पर्धा- (1) – दशरथ दास वैष्णव (2) शिवानी सोनकर, // बेस्ट आउट ऑफ़ वेस्ट स्पर्धा- (1) – सृष्टि  कश्यप (2) शिवानी सोनकर // रंगोली स्पर्धा- (1) – समृद्धि दुबे (2) – सृष्टि  कश्यप // मेहंदी स्पर्धा- (1) – साईंमा खान (2)छित्तेश्वरी  कौशल. इस अवसर पर पत्रकारिता के छात्र चन्द्रप्रकाश के महाविद्यालय की समस्त गतिविधियों पर स्वरचित कविता प्रस्तुत की,  जिसे सभी ने बेहद पसंद किया।

इस मौके पर महाविद्यालय के एडमिनिस्ट्रेटर डॉ अमित अग्रवाल ने सभी प्रतिभागियों और विजेताओं को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की. आभार प्रदर्शन करते हुए प्राचार्य डा. युलेंद्र कुमार राजपूत ने कहा कि अग्रसेन महाविद्यालय ने वर्ष 2002 में केवल कुछ छात्रों और शिक्षकों से शुरुआत करते हुए आज एक बड़े शिक्षण संस्थान के रूप में पहचान बनाई है. इस अवसर पर आमंत्रित अतिथियों को स्मृति चिन्ह भी प्रदान किये गए. कार्यक्रम में महाविद्यालय के विभिन्न संकायों के समस्त प्राध्यापक एवं विद्यार्थी पूरे उत्साह के साथ शामिल हुए।