विमान यात्रा के किराए में पिछले कुछ महीनों में तेज उछाल देखने को मिला था, लेकिन अब एक बार फिर से हवाई यात्रा के किराए सामान्य हो गए हैं। विमान की टिकट की कीमत में गिरावट आने की एक वजह मानसून का पूरे देश में फैलना है, जिसके कारण आपूर्ति और मांग में बैलेंस बना हुआ है।
दिल्ली-मुंबई मार्ग पर हवाई किराया
दिल्ली- मुंबई रूट देश में सबसे व्यस्त हवाई मार्गों में से एक है। इस रूट पर हवाई टिकट के दाम में काफी कमी देखने को मिली है। जून महीने की शुरुआत में दिल्ली से मुंबई नॉन-स्टॉप हवाई टिकट का किराया करीब 19 हजार रुपये था। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के दखल के बाद किराए में कमी आनी शुरू हो गई थी। मौजूदा समय में अगले दिन की दिल्ली-मुंबई हवाई यात्रा का किराया 4,500 रुपये के आसपास चल रहा है।
अन्य मार्गों पर भी घटा हवाई यात्रा का दाम
दिल्ली-मुंबई के अलावा अन्य मार्गों जैसे मुंबई- कोच्चि, लेह – श्रीनगर आदि के हवाई किराए में बड़ी कमी आई है। पहले मुंबई- कोच्चि की हवाई यात्रा का किराया 20,000 रुपये के आसपास चल रहा था, जो कि अब 4000 रुपये हो गया है। वहीं, लेह – श्रीनगर का जो किराया 23,000 रुपये का आसपास था। अब घटकर 15,000 रुपये के करीब आ गया है।
क्यों बढ़े थे हवाई किराए?
मई की शुरुआत में गो फर्स्ट एयरलाइन दिवालिया प्रक्रिया में चली गई थी। इस कारण कंपनी को अपने सभी विमान को ग्राउंड करना पड़ा, जिससे चलते उड़ानों की संख्या में गिरावट आ गई थी और साथ ही छुट्टियों की सीजन शुरू होने के चलते मांग में भी अचानक बढ़ोतरी हो गई थी, जिस कारण हवाई यात्रा के किराए काफी अधिक हो गए थे।
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