लखनऊ । उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने आगामी श्रावण मास को लेकर तैयारियों को पुख्ता करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। चार जुलाई से प्रारंभ होकर इस बार लगभग 2 महीने तक चलने वाले श्रावण माह में पूरे प्रदेश में ही कांवड़ यात्रियों की संख्या में वृद्धि की उम्मीद है। ऐसे में, सीएम योगी की मंशा के अनुरूप श्रावण मास में कांवड़ यात्रा के मद्देनजर निगम बसों के सुरक्षित संचालन के सम्बंध में परिवहन निगम के अधिकारियों को व्यापक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने परिवहन निगम को कांवड़ियों व तीर्थ यात्रियों के आवागमन के लिए आवश्यकतानुसार बसों की संख्या की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। परिवहन निगम के सभी क्षेत्रीय अधिकारियों को क्षेत्रीय मुख्यालय पर कन्ट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं और कहा गया है कि यात्रा प्रारम्भ होने से समाप्त होने तक कन्ट्रोल रूम 24 घंटे क्रियाशील रहेगा।
सभी क्षेत्रीय प्रबंधक/सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक, सेवा प्रबंधक सम्बंधित मण्डलायुक्त व जिलाधिकारियों द्वारा दिए निर्देशों के अनुसार कार्ययोजना बनाकर जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित करते हुए इन कार्यों को सुनिश्चित किया जाए।
श्रावण मास में आगरा, बरेली, मेरठ, मुरादाबाद, गाजियाबाद, अलीगढ़ व सहारनपुर क्षेत्र के मार्ग कांवड़ यात्रियों से भरे रहते हैं। इसलिए, संबंधित मार्गों पर जिला प्रशासन द्वारा जारी रूट डायवर्जन प्लान सभी क्षेत्रीय/सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को मुख्यालय से प्रेषित किए जाने और फोन से भी सूचित कराने की योजना है।
निर्धारित डायवर्जन वैकल्पिक मार्ग पर ही बसों का संचालन सुनिश्चित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, सभी क्षेत्रीय/सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक संचालित होने वाली बसों के क्रू को काउंसिलिंग करके जानकारी देने, निर्धारित मार्गों पर ही बसों का संचालन होने और किसी प्रकार की अव्यवस्था होने पर क्रू के विरूद्ध कार्रवाई भी सुनिश्चित किए जाने को लेकर कार्ययोजना व प्रक्रिया निर्धारित कर की गई है।
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