नईदिल्ली : पंजाब के मशहूर सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या को करीब एक साल से ज्यादा का वक्त हो चुका है, इसके बावजूद अब तक हत्यारों के खिलाफ आरोप तय नहीं हो पाए हैं. इस मामले को लेकर पिछले कुछ महीनों में कई सुनवाइयां हो चुकी हैं, जिसके बाद अब 28 जून को फिर से सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड पर सुनवाई होगी. मानसा कोर्ट में होने वाली इस सुनवाई के दौरान कोर्ट ने आरोपियों को पेश करने का आदेश दिया है. जिसके बाद कुछ आरोपियों को व्यक्तिगत तौर पर, वहीं कुछ को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया जा सकता है.
चार्जशीट में कई गैंगस्टर्स के नाम
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की जांच के लिए तैयार की गई एसआईटी ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ समेत 30 से ज्यादा आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी. जांच में बताया गया कि बदले की भावना से इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया. इस मामले में पुलिस ने कुल 27 आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें से कई शार्प शूटर हैं. चार्टशीट में कुछ नाम ऐसे भी हैं, जो विदेश में बैठकर पूरा नेटवर्क चलाते हैं. इसके अलावा कुछ गुर्गों को मुठभेड़ में मार गिराया गया.
कैसे हुई थी मूसेवाला की हत्या?
सिद्धू मूसेवाला को जान से मारने की धमकियों के बीच 29 मई 2022 को जब वो अपनी कार से जा रहे थे, तो कुछ शूटर्स ने उन पर गोलियां बरसा दीं. जिससे मूसेवाला की मौके पर ही मौत हो गई. इस हत्याकांड ने पंजाब समेत पूरे देश को हिलाकर रख दिया था. सिद्धू मूसेवाला की हत्या को विदेश में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने अंजाम दिया था.
उसने अपने शूटर्स के जरिए पूरी हत्या की साजिश रची. बताया गया कि गोल्डी ने जेल में बैठे अपने दोस्त लॉरेंस बिश्नोई के इशारों पर ये सब किया. लॉरेंस बिश्नोई ने भी एबीपी न्यूज पर कबूल किया कि गोल्डी ने ही मूसेवाला की हत्या की. बिश्नोई ने आरोप लगाया कि मूसेवाला उनके लिए लगातार परेशानी खड़ी कर रहा था और उनके करीबियों की हत्या में भी शामिल था.
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