बिलासपुर,27 जून । आज निदेशक (कार्मिक) देबाशीष आचार्या, महाप्रबंधक (कार्मिक/प्रशासन) डा. के.एस. जार्ज, मुख्यालय के समस्त विभागों के नोडल अधिकारियों की उपस्थिति में एसईसीएल मुख्यालय बिलासपुर स्थित प्रशासनिक भवन के सीएमडी सभाकक्ष में राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए निदेशक (कार्मिक) देबाशीष आचार्या ने कहा कि मैं स्वयं ग क्षेत्र का निवासी हूँ एवं मेरा अधिकतर कार्यकाल ग क्षेत्र में रहा है, मैं यहाँ एसईसीएल में क क्षेत्र में पदस्थ होकर अपने को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ ।
उन्होंने कहा राजभाषा हिंदी सभी भाषाओं को एकसूत्र में बांधे रखने का कार्य करती है, राजभाषा हिंदी में कार्य करते हैं तो मौलिक चिंतन भी जुड़ जाता है और कार्य में गुणवत्ता बढ़ जाती है, अतः हमें स्वेच्छा से प्रेरित होकर अपनी राजभाषा हिंदी में अधिकाधिक कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा स्वयं विभागाध्यक्षों सहित समस्त अधिकारियों-कर्मचारियों को राजभाषा हिंदी में कार्य करने हेतु प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंने आव्हान करते हुए कहा कि हम अपनी राजभाषा हिन्दी का अपने कार्यालयीन व दैनंदीन कार्यों में अधिकाधिक प्रयोग करें एवं समय-समय पर स्वमेव हिंदी पत्राचार की प्रगति की समीक्षा करें।
बैठक में राजभाषा अधिनियम की धारा 3 (3) के अनुपालन की स्थिति, राजभाषा नियम-5 के अनुसार हिंदी में प्राप्त पत्रों के उत्तर की स्थिति, अंग्रेजी में प्राप्त पत्रों के उत्तर हिंदी में दिए जाने की स्थिति अर्थात अंग्रेजी में प्राप्त पत्रों का उत्तर केवल हिंदी में दिए जाने की स्थिति, अंग्रेजी में प्राप्त पत्रों में से कुछ के उत्तर हिंदी एवं अंग्रेजी में दिए जाने की स्थिति, अंग्रेजी में प्राप्त पत्रों के उत्तर केवल अंग्रेजी में दिए जाने की स्थिति, फाइलों पर हिंदी में कार्य की विभागवार समीक्षा की गयी। इस अवसर पर एसईसीएल मुख्यालय के विभिन्न विभागों के 01 अप्रैल से 30 जून 2023 को समाप्त तिमाही राजभाषा प्रगति प्रतिवेदन की समीक्षा की गयी। बैठक का संचालन उप प्रबंधक (राजभाषा) श्रीमती सविता निर्मलकर ने किया।
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