सदियों पुरानी कहावत है, ‘एक खाली दिमाग शैतान का घर होता है’ और यह दक्षिण कोरिया के बुसान के जंग यू-जंग से बिल्कुल मेल खाती है। हत्यारे लाश कैसे छुपाते हैं और हत्या करके कैसा महसूस होता है? इसके बारे में सोच-सोच कर जिज्ञासा में 23 साल की एक महिला ने एक टीचर की हत्या कर दी।
केवल शौक में की हत्या
पूरी कहानी जानने से पहले आइए जान लेते हैं, हत्यारे के बारे में। 23 साल की Jung Yoo-jung साउथ कोरिया में रहती है और चार साल पहले यानी 2019 में अपनी ग्रेजुएशन पूरी की थी। पढ़ाई पूरी होने के बाद से वह बेरोजगार थी। जुंग को क्राइम के बारे में जानने का काफी शौक था।
वह इसी तरह की फिल्में और टीवी शो देखती थी। न केवल टीवी सीरीज बल्कि वह इससे ही जुड़ी किताबें भी पढ़ती थी। इन सब चीजों में उसकी दिलचस्पी बहुत ज्यादा बढ़ गई थी। हत्या करने के बाद कैसा महसूस होता है और वो अनुभव क्या होता है, उसको महसूस करने के लिए जुंग ने किसी की हत्या करने का प्लान बनाया।
क्राइम ज्यादा देखने के कारण उसे प्लान तैयार करने में कोई दिक्कत नहीं आयी। खूनी बनने का खुमार जुंग पर इतना चढ़ गया था कि वो भूल गई थी कि वो क्या करने जा रही है। एक कातिल बनना और किसी को जान से मारने का अनुभल अब जुंग को लेना था।
ऐसे तैयार किया प्लान
- ऑनलाइन ट्यूटर प्रोवाइड करने वाला ऐप किया डाउनलोड
- हत्या करने के लिए एक महिला टीचर की तलाश की
- फोन पर खुद को बताया मां और कहा अपनी बेटी के लिए ढूंढ रही ट्यूटर
- खुद छात्र बनकर महिला टीचर के घर पहुंची और दिया हत्या को अंजाम
स्कूल यूनिफॉर्म में पहुंची टीचर के घर
जुंग की प्लानिंग किसी क्राइम शो या फिल्मों से कम नहीं थी। उसने खुद को ऑनलाइन ट्यूटर प्रोवाइड कराने वाले ऐप में रजिस्टर किया फिर एक महिला टीचर की तलाश शुरू कर दी। जुंग के पास महिला टीचर का कॉल आया तो खुद मां बनकर अपनी बेटी के लिए ट्यूशन टीचर ढूंढने की बात कहीं। इसके बाद टीचर से यह कहा कि उसकी बेटी उनसे मिलने आएगी। मिलने का समय तय हुआ और खुद छात्र बनकर महिला टीचर के पास पहुंच गई। जुंग स्कूल यूनिफॉर्म पहनी हुई थी।
कद छोटा, स्कूल यूनिफॉर्म में लग रही थी ‘छात्र’
कद छोटा होने और स्कूल यूनिफॉर्म में होने के कारण वह हूबहू स्कूल की छात्रा लग रही थी। टीचर के घर पहुंचने के बाद दोनों में बात हो रही थी और इसी दौरान उसने महिला के पेट में चाकू घोंप दिया। हत्या करने के बाद जुंग ने महिला के शरीर के कई टुकड़े किए और शव को एक सूटकेस में भर लिया। लाश से बदबू ने आए इसके लिए जुंग ने एक दुकान से ब्लीच और प्लास्टिक की खूब सारी थैलियां खरीद ली। महिला टीचर को लापता दिखाने के लिए जुंग ने उसकी आईडी कार्ड समेत सभी दस्तावेज अपने पास रख लिया था।
लाश को फेंकने का बनाया प्लान
वो कहते है न कि आरोपी क्राइम करने के दौरान एक न एक सबूत तो छोड़ ही देता है। ऐसी गलती जुंग के साथ भी हो गई। उसने हत्या करने के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए एक कैब बुक की। कैब से वो एक जंगल में उतरी लेकिन इस दौरान उसके सूटकेस पर लगे खून से कैब ड्राइवर को शक हो गया और उसने इसकी सूचना पुलिस को दे दी।
घर से मिले संदिग्ध सामान
पुलिस जंगल पहुंची तो उन्हें बैग में से लाश के टुकड़े नहीं बल्कि खून से सने कपड़े मिले। जब पुलिस जुंग के घर पहुंची तो वहां उन्हें महिला की लाश के कुछ टुकड़े बरामद हुए। जुंग ने पूछताछ में पहले पुलिस को बताया कि उसने महिला पर सेल्फ डिफेंस के कारण हमला किया लेकिन बाद में उसने ये बात कबूली की उसने केवल शौक और अनुभव करने के लिए महिला की हत्या की थी। जुंग के इस बयान से पुलिस काफी हैरान हो गई थी।
पुलिस को जुंग के मोबाइल से मिले हैरान कर देने वाले सबूत
पुलिस ने जब मोबाइल फोन की जांच की तो पता चला कि जुंग तीन महीने पहले से ही मृत शरीर को छिपाने के तरीकों के लिए इंटरनेट पर सर्च कर रही थी। पुलिस को अपराध से संबंधित ढेरों किताबें और उपन्यास भी मिले और पाया कि वह हत्या से जुड़ी सीरीज और फिल्मों की आदी थी।
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