उत्तर बस्तर कांकेर , 9 जून । कलेक्टर शुक्ला के निर्देशानुसार आदिम जाति कल्याण विभाग की ओर से जिले में संचालित 189 छात्रावास, आश्रम शालाओं, 05 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय, प्रयास विद्यालय कांकेर व शिक्षा विभाग अंतर्गत संचालित 05 आवासीय विद्यालय, 04 छात्रावास व समाज कल्याण विभाग अंतर्गत संचालित विशेष छात्रावास में पदस्थ अधीक्षकों का मोर सुग्घर छात्रावास जिला स्तरीय दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन जिला पंचायत के सभा कक्ष में किया गया। जिसमें विकासखंड कांकेर, चारामा, नरहरपुर, भानुप्रतापपुर, दुर्गकोन्दल, अंतागढ व कोयलीबेड़ा के आश्रम-छात्रावास अधीक्षक तथा मण्डल संयोजक सम्मिलित हुए।
आश्रम-छात्रावास संचालन, स्वच्छता, स्वास्थ्य व पोषण आहार, एनीमिया मुक्त भारत, शैक्षणिक गुणवत्ता, अनुशासन व छात्रों के सुनहरे भविष्य के कैरियर गाईडेन्स, मानसिक स्वास्थ्य और शैक्षिक मनोविज्ञान, जीवन कौशल, वित्तीय प्रबंधन तथा आवासीय संस्था में संधारित किये जाने वाले पंजियों के संबंध में मास्टर ट्रेनरों द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त मनीष मिश्रा की ओर से कार्यशाला में उपस्थित अधीक्षकों को आश्रम-छात्रावास में रहने वाले बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए हमेशा तत्पर रहकर अपने दायित्वों का निर्वहन करने तथा स्वास्थ्य तथा शिक्षा पर विशेष ध्यान देने के लिए निर्देशित किया गया।
कार्यशाला में सहायक परियोजना समन्वयक पंकज श्रीवास्तव व मास्टर ट्रेनर के रूप में पीपीआईए फेलो आकांक्षा सिंह, जिला सलाहकार यूनिसेफ रम्या कौशिक, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय कांकेर के प्राचार्य रचना श्रीवास्तव, चारामा के प्राचार्य अजय शर्मा, करुणासागर पटेल मंडल संयोजक, मण्डल संयोजक पारेश्वर कुरें, छात्रावास अधीक्षक लुकेश्वर साहू, यशवंत गुना उपस्थित थे ।
[metaslider id="347522"]