कांकेर,09 जून । छत्तीसगढ़ में इन दिनों लोग पुरानी परंपरा को जीवित करने में लगे हैं. फिर चाहे वो छत्तीसगढ़ी स्टाइल में प्री वैडिंग शूट हो या बैलगाड़ी में बारात निकालना. कांकेर जिले में भी गुरुवार को एक शादी हुई. इस शादी की खासबात ये थी कि दूल्हा बैलगाड़ी में अपनी बारात लेकर पहुंचा. कुल 15 बैलगाड़ियों में निकली इस अनोखी बारात को देख लोग काफी उत्साहित नजर आए. पुराने समय में गांवों में बैलगाड़ी पर ही बारात निकाली जाती थी.
लेकिन समय के साथ फैशन बदला और गांवों में भी बैलगाड़ी की जगह कार और दूसरी फोर व्हीलर गाड़ी ने ले ली. लेकिन छत्तीसगढ़ के युवा इस पुरानी परंपरा को वापस जिंदा कर रहे हैं. गुरुवार को कांकेर के बड़गांव सर्कल के क्षेत्रीय गोंडवाना समाज के अध्यक्ष शम्भूनाथ सलाम की शादी थी. समाज के अध्यक्ष ने अपनी शादी को यादगार बनाने की सोची और अपने गांव पिपली से करकापाल तक बैलगाड़ी में बारात लेकर निकल पड़े.
शम्भू नाथ सलाम की बारात शाम पांच बजे करकापाल पहुंची. पारंपरिक रीति रिवाजों के साथ शादी संपन्न हुई. शंभूनाथ की इस पहल का समाज के लोग सहित गांव वालों ने काफी तारीफ की.स्थानीय लोगों ने बताया कि बैलगाड़ी पर निकली इस अनोखी बारात को देख ऐसा लगा जैसे पुरानी परम्परा जीवंत हो गई. लोगों ने कहा कि इस तरह से शादी होने से फिजूल खर्च के साथ पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी सहाहनीय पहल की गई.
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