रायपुर ,01 जून । प्रदेश की राजधानी रायपुर में राजधानी रायपुर के सिविल लाइन में गृहमंत्री के घर के सामने की जमीन को लेकर बुधवार की दोपहर दो पक्षों में जमकर विवाद हुआ। इसके बाद दोनों पक्षों को पुलिस सिविल लाइन थाने ले गई। जमीन पर जिस कटेला परिवार का कब्जा है, उनके द्वारा थाने में शिकायत कराई गई हैं, लेकिन पुलिस ने अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की है।
सिविल लाइन निवासी कटेला परिवार के प्रवीण कटेला ने थाने में शिकायत की है कि बुधवार की दोपहर दो बजे दूसरे पक्ष के सदस्य और उनके साथ करीब 40-50 लोग कई वाहनों में आकर हमारे घर की बाउंड्रीवाल में घुस गए और गाली-गलौच किए तथा घर पर कब्जा करने की कोशिश की। हमारे परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट की गई और मुझे तथा मेरे परिवार को जान से मारने की कोशिश की गई। सीसीटीवी कैमरे में तोड़फोड़ की गई है।
उनका आरोप है कि दूसरे पक्ष ने बलपूर्वक जमीन पर कब्जा करने उनके घर के अंदर ट्रक लेकर पहुंचे और ट्रक से उतरने वाले लोगों ने पहले उनके घर के सीसीटीवी के कनेक्शन काट दिए जो ये करते हुए दिखाई दे रहे है। वहीं, सदरबाजार का प्रतिष्ठित दूसरे परिवार का दावा है कि यहां की करीब 3 हजार वर्गफीट जमीन उनकी है और कोर्ट से वे केस 30 साल बाद जीते हैं इसलिए वे अपनी जमीन में बाउंड्रीवाल करने के लिए 1 ट्रक व 2 अन्य गाड़ियों में मजदूर लेकर पहुंचे थे। इसी विवाद के बीच सिविल लाइन पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और दोनो पक्षों को थाने लेकर आ गई है।
जहां दोनों पक्ष अपने-अपने दस्तावेज पुलिस के समक्ष दिखाते रहे। कटेला परिवार का आरोप है कि पुलिस घटना को लेकर एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है। उनका ये भी कहना है कि यदि उनके पास जमीन में बाउंड्रीवाल कराने के लिए कोर्ट का ऑर्डर है तो उन्हें बल पूर्वक 30 लोगों को उनके घर लेकर पहुंचने की क्या जरूरत है वो इसके लिए शासन के पास आवेदन कर सकते है। वहीं दूसरे पक्ष का कहना है कि वे अपनी जमीन में ही बाउंड्रीवाल करने 3 गाड़ियों में लेबर लेकर गए थे और कटेला परिवार ने उन पर कुत्ते छोड़े और रॉड से हमले की कोशिश की।
उन्होंने कहा कि अब तक उनके खिलाफ इंजक्शन ऑर्डर था, यानी उन्हें उनकी जमीन पर जाने से भी कोर्ट ने रोक रखा था, जो अब पिछले दिनों कोर्ट ने हटा दिया है इसलिए वे बाउंड्रीवाल करने पहुंचे थे। पुलिस का कहना है कि गृहमंत्री के घर के सामने विवाद हो रहा था इसलिए दोनो पक्षों के लोगों को थाने लेकर आया गया है जहां दोनो पक्षों की अपनी-अपनी दलीले और दस्तावेजों को देखा जा रहा है।
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