रायपुर ,30 मई । प्रार्थिया ने थाना सिविल लाईन में रिपोर्ट दर्ज कराया कि माह जनवरी 2023 में फेसबुक के उसके एकाउंट में गांधी ए. दर्श नामक व्यक्ति का फ्रेंड रिक्वेस्ट आया जिसे प्रार्थिया द्वारा एक्सेप्ट कर लिया गया। इसके बाद से उक्त व्यक्ति व प्रार्थिया के मध्य फेसबुक मैसेंजर में बातचीत होता रहता था। इसी दौरान उक्त व्यक्ति ने मैसेंजर में ठीक से बात नहीं होने का हवाला देते हुए अपना व्हाट्सएप नंबर +447438975051 नंबर प्रार्थिया को दिया तथा स्वयं को यू.के. से होना बताया तथा दोनों के मध्य व्हाट्सएप में बात होने लगा इसी दौरान उक्त व्यक्ति ने व्हाट्सएप में प्रार्थिया को तुम्हारे लिये गिफ्ट भेज रहा हूं कहकर गिफ्ट का फोटो एवं वीडियो भी भेजा तथा स्वयं को पायलट होना बताने के साथ ही दिनांक 05.04.2023 को गिफ्ट के रूप में कीमती बैग दुबई से हवाई जहाज के माध्यम से भेजना बताया तथा उसने एक लड़की का मोबाइल नंबर 9319865769 दिया तथा नाम नहीं बताया।
उक्त मोबाइल धारक लड़की के द्वारा प्रार्थिया को फोन कर गिफ्ट को प्रार्थिया तक पहुंचाने में सहयोग करने की बात बताई तथा लड़की ने स्वयं को गांधी ए. दर्श का फेसबुक फ्रेंड होना भी बताया गया तथा उक्त व्यक्ति द्वारा भेजे गए गिफ्ट को दिल्ली एयरपोर्ट पर आना एवं दिल्ली एयरपोर्ट से भी गिफ्ट के संबंध में उसके पास फोन आने की बात प्रार्थिया को बताई गई, साथ ही गिफ्ट में 50,00,000 रू एवं अन्य कीमती सामान आना बताया, तब गांधी ए. दर्श एवं मोबाइल नंबर 9319865769 के धारक द्वारा प्रार्थिया को फोन कर गिफ्ट का कस्टम चार्ज 50,000/- रू देने कहा गया, जिस पर प्रार्थिया द्वारा 02 किश्तों में उनके द्वारा बताये खातों में कुल 48,570/- रूपये जमा कर दी, परंतु प्रार्थिया को कोई गिफ्ट नहीं मिला तथा व्यक्तियों द्वारा और रकम की मांग किया जाने लगा। जिस पर प्रार्थिया को स्वयं के साथ ठगी होने का एहसास हुआ तथा प्रार्थिया की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना सिविल लाईन में अपराध क्रमांक 223/23 धारा 420, 34 भादवि. एवं 66डी आई.टी.एक्ट का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
चूंकि अपराध महिला से संबंधित एवं गंभीर प्रवृत्ति का था जिसे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय प्रशांत अग्रवाल द्वारा गंभीरता से लेते हुये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर/अपराध अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाईन मनोज ध्रुव, उप पुलिस अधीक्षक क्राईम दिनेश सिन्हा, प्रभारी एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट एवं थाना प्रभारी सिविल लाईन को अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट एवं थाना सिविल लाईन पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा अज्ञात आरोपियों की पतासाजी प्रारंभ किया गया। रायपुर पुलिस द्वारा पूर्व में भी इसी तरीका वारदात से ठगी करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई थी। अतः टीम द्वारा इस तरह के तरीका वारदात के आधार पर अपराध घटित करने वाले नाइजीरियन गिरोह पर फोकस करते हुये कार्य प्रारंभ किया गया।
आरोपी एवं प्रार्थिया के मध्य फेसबुक, मैसेंजर एवं व्हाट्सएप के जिस आई.डी. व मैसेज तथा मोबाईल नंबरों के माध्यम से बातचीत हुई थी उक्त आई.डी. एवं मोबाईल नंबरों का तकनीकी विश्लेषण करने के साथ-साथ प्रार्थिया द्वारा बताये गये बैंक खाते, जिनमें प्रार्थिया द्वारा पैसे जमा किये गये थे, के संबंध में भी बैंक से जानकारी प्राप्त की गई। अज्ञात आरोपियों के संबंध में प्राप्त उक्त सभी तथ्यों, जानकारी एवं साक्ष्यों का लगातार विश्लेषण करते हुये अज्ञात आरोपी की लोकेशन चिन्ह्ांकित करने में सफलता प्राप्त हुई तथा आरोपी की उपस्थिति दिल्ली में होना पाया गया। प्राप्त लोकेशन के आधार पर टीम को दिल्ली रवाना किया गया। दिल्ली में पड़ताल प्रारंभ करने पर यह सुनिश्चित हुआ कि आरोपी द्वारा बहुत ही सर्तकता से अपनी पहचान को छिपाते हुये इस तरह की ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया है।
आरोपियों द्वारा उपयोग किये गये मोबाईल नंबर, फेसबुक, मैसेंजर व व्हाट्सएप आई डी व बैंक खातों के नाम व पते फर्जी थे तथा उन मोबाईल नंबरों एवं बैंक खातों का उपयोग सिर्फ और सिर्फ ठगी की वारदात को कारित करने के लिए किया गया था। दिल्ली में कैम्प कर रही टीम को तकनीकी विश्लेषण के आधार पर आरोपी के दिल्ली के विकासपुरी मार्केट रोड गार्डन नंबर 10 स्थित एक मकान में निवास करने के संबंध में अहम सुराग प्राप्त हुआ। जिस पर टीम के सदस्यों ने तत्काल बिना समय गंवाये आरोपी के मकान में रेड कार्यवाही किया गया। रेड कार्यवाही के दौरान मकान में 01 विदेशी नागरिक उपस्थित था जिसने पूछताछ में अपना नाम चुकुमा इमेके निवासी नाइजीरिया का होना बताया गया। कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा प्रार्थिया को अपने झांसे में लेकर गिफ्ट भेजने का प्रलोभन देकर ठगी की उक्त घटना को कारित करना स्वीकार किया गया।
जिस पर आरोपी चुकुमा इमेके को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से अपराध से संबंधित 06 नग मोबाईल फोन, 02 नग पासपोर्ट, 02 नग लैपटॉप एवं 02 नग एटीएम कार्ड जप्त किया गया है।
आरोपी चुकुमा इमेके द्वारा प्रार्थिया को गुमराह करने हेतु अलग – अलग मोबाईल नंबर व व्यक्यिों के नाम से फोन कर ठगी की घटना को अंजाम दिया गया था।
आरोपी मूलतः नाइजीरिया देश का निवासी है जो वर्तमान में दिल्ली में विकासपुरी मार्केट रोड गार्डन नंबर 10 स्थित एक मकान में निवासरत था। पूछताछ में आरोपी द्वारा संपूर्ण भारत में सैकडों महिलाओं को अपने झांसे में लेकर प्रलोभन देकर लाखों रूपये की ठगी करना बताया गया है। आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमाण्ड पर रायपुर लाया गया है।
तरीका वारदात – आरोपी मैट्रीमोनियल साईट, फेस बुक एवं सोशल मीडिया के अनेक प्लेटफार्मो में फर्जी आई डी बनाकर महिलाओं से संपर्क कर उनका मोबाईल नंबर प्राप्त कर व्हाट्सएप कॉल करते हुए धीरे – धीरे महिलाओं का विश्वास व भरोसा जीतकर कई तरह के लुभावने व प्रलोभन देकर अपने द्वारा दिये गये अलग – अलग बैंक खातों में पैसे प्राप्त कर ठगी करता था। आरोपी अपनी पहचान गोपनीय रखने के लिए एक अपराध के लिये उपयोग किये गये सिम व मोबाईल उस अपराध के बाद नष्ट कर देते है एवं आई डी को भी डि-एक्टिवेट कर देते है। इनके द्वारा दिये गये सभी बैंक खाते भी फर्जी होते है।
कार्यवाही में निरीक्षक अर्चना धुरंधर थाना प्रभारी सिविल लाईन, निरीक्षक गौरव तिवारी एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट, उपनिरीक्षक वासुदेव परघनिया थाना सिविल लाईन, एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट से सउनि. प्रेमराज बारिक, प्र.आर. महेन्द्र राजपूत, प्रमोद बेहरा, राकेश पाण्डेय, आशीष पाण्डेय, राजकुमार देवांगन, अमित धृतलहरे, नितेश सिंह, म.आर. बबीता देवांगन, रवि प्रभाकर, लालेश नायक एवं टेकसिंह मोहले की महत्वपूर्ण भूमिंका रहीं।
गिरफ्तार आरोपी – चुकुमा इमेके पिता चुकूमा उम्र 30 साल पता विकासपुरी मार्केट रोड गार्डन नं. 10 दिल्ली।
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