महिला स्व-सहायता समूह ने गौठान से कमाये 3 लाख रुपए

कांकेर,29 मई । चारामा विकासखण्ड के ग्राम गितपहर के जय मां शारदे स्व-सहायता समूह की महिलाएं खेती के अलावा अतिरिक्त आमदनी के लिए गौठान में खरीदे गये गोबर से वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर तथा केंचुआ उत्पादन कर लाभ कमा रही हैं। समूह की महिलाओं ने वर्मी कम्पोस्ट, केंचुआ एवं साग-सब्जी के विक्रय से अब तक 3 लाख 18 हजार रुपए की आमदनी प्राप्त की है।

गोधन न्याय योजना अंतर्गत चारामा विकासखंड के ग्राम गितपहर के गौठान में गोबर की खरीदी की जा रही है और उससे वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को विक्रय किया जा रहा है। गोबर से वर्मी कम्पोस्ट बनाने का कार्य जय मॉ शारदे स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा की जा रही है। उन्होंने अब तक 605.55 क्विंटल कम्पोस्ट तैयार कर 1 लाख 81 हजार रुपए में 506 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का विक्रय किया है। केचुआ विक्रय से उन्हें 1 लाख 37 हजार रुपए की आमदनी प्राप्त हुई है। समूह की महिलाओं द्वारा वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन के अलावा मुर्गी पालन, मशरूम उत्पादन, सब्जी उत्पादन के साथ-साथ केंचुआ विक्रय का कार्य भी किया जा रहा है। इस कार्य में कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा उन्हें तकनीकी मार्गदर्शन भी दी जा रही है।

जय मां शारदे स्व-सहायता समूह की महिलाएं शुरुआत में रुपयों के लेनदेन का कार्य किया करती थीं, जिससे उन्हें ज्यादा आमदनी नहीं हो पाता था। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित गोधन न्याय योजना के अंतर्गत कृषि विभाग के अधिकारियें द्वारा उन्हें गौठान में खरीदे गये गोबर से वर्मी कम्पोस्ट बनाने का प्रषिक्षण दिया गया, इसके साथ ही केचुआ उत्पादन के विधि की जानकारी भी दी गई, जिसे अपनाकर समूह की महिलायें अतिरिक्त आमदनी प्राप्त कर रही हैं।