पुलिस की ड्यूटी और मां का कर्तव्य एक साथ निभा रही हैं SI प्रीति सिंह, डेढ़ साल की बेटी को साथ लेकर आती है थाने

उज्जैन,28 मई ।  वर्दी के साथ हमदर्दी का होना भी जरूरी है, और यही बात पुलिस आम जनता को बताना चाहती है कि अपराधियों में भले ही हमारा खौफ हो लेकिन आम जनता की समस्या को सुलझाना भी हमारा पहला कर्तव्य है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी महिला पुलिस अधिकारी के बारे में बताने जा रहे हैं जो कि पुलिस का फर्ज निभाने के साथ ही एक मां का कर्तव्य निभाकर दोहरी जिम्मेदारियों को संभाल रही है.

हम बात कर रहे हैं  उज्जैन जिले के बड़नगर थाने में पदस्थ एसआई प्रीति सिंह चौहान की. जो 2016 बेच की है. प्रीति सिंह चौहान पर महिला डेस्क की नोडल अधिकारी होने के साथ ही ड्यूटी गश्त संभालने की भी बड़ी जिम्मेदारी है. वे प्रतिदिन 8 घंटे थाने में ड्यूटी देकर पुलिस के पद का निर्वाहन तो कर ही रही है.

वहीं इसके साथ ही प्रतिदिन अपने साथ डेढ़ वर्षीय बच्ची प्रिशा को लेकर भी थाने में आती है. जिसका ख्याल रखकर वह अपने मां होने का कर्तव्य भी निभा रही हैं. बताया जाता है कि एसआई प्रीति सिंह के पति आकाशदीप सिंह बालाघाट में सब इंस्पेक्टर के पद पर पदस्थ हैं. घर में उनके अलावा और कोई नहीं है.

यही कारण है कि प्रीति सिंह को प्रतिदिन प्रिशा का ख्याल रखने के लिए उसे अपने साथ थाने लेकर आना पड़ता है. थाने में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का सहयोग ही है कि ड्यूटी पर तैनात रहने के साथ ही एस आई प्रीति सिंह अपनी बच्ची प्रिशा का भी ख्याल रख पा रही हैं.

कभी भी हो ड्यूटी प्रिशा रहती है साथ

बताया जाता है कि एसआई प्रीति सिंह चौहान की ड्यूटी समय-समय पर बदलती रहती है. तीन शिफ्ट में उनकी ड्यूटी होने के साथ ही थाने में महिला संबंधी केस आने पर भी उन्हें यहां आना पड़ता है, लेकिन प्रीति सिंह मां के कर्तव्य को निभाने के साथ ही पुलिस के फर्ज से अपना मुंह नहीं मोड़ती है. दिन हो या रात वह प्रिशा को अपने साथ लेकर तुरंत थाने पहुंच जाती हैं.

बताया जाता है कि आईप्रीति सिंह का काम कंप्यूटर से संबंधित भी है. जब वो कंप्यूटर पर काम करती हैं तो वह प्रिशा को किसी ना किसी तरीके से किसी खेल को खेलने को कहती हैं. जब प्रिशा मोबाइल या अपने खिलौनों से खेलती है. तब तक प्रीति सिंह अपने कामों को खत्म कर देती हैं.