कलेक्टर ने खड़ौदा में मछली पालन का किया निरीक्षण

कवर्धा ,12 मई  बोड़ला विकासखंड के ग्राम पंचायत खड़ौदा के मां महामाया और परमेश्वरी स्व सहायता समूह की महिलाएं मछली पालन कर आर्थिक रूप से मजबूत बन रही है। स्व सहायता समूह की महिलाओं को जिला प्रशासन द्वारा योजना के तहत सहयोग किया जा रहा है। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने शुक्रवार को ग्राम पंचायत खड़ौदा पहुंचकर स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा कर रहे मछली पालन का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने स्व सहायता समूह की महिलाओं को मोंगरी योजना के तहत आईस बॉक्स प्रदाय किया गया। निरीक्षण के दौरान मत्स्य विभाग के सहायक संचालक रामधन सिंह, मत्स्य निरीक्षक नीलेश चंद्रवंशी उपस्थित थे।  

कलेक्टर महोबे ने स्व सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा कर उनके कार्यों की जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि बाजार में मछली की अधिक मांग है, इसमें अधिक से अधिक प्रगति लाए। प्रशासन द्वारा इसके लिए पूरा सहयोग किया जाएगा। उन्होंने समूह के कार्यों को बढ़ाने और ऋण उपलब्धता के लिए केसीसी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने सहायक संचालक को अधिक से अधिक उत्पादन बढाने के लिए कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए छोटे-छोटे क्लस्टर में योजना तैयार करे।

मतस्य विभाग के सहायक संचालक रामधन सिंह ने बताया कि विभाग द्वारा समूह की महिलाओं को मत्स्य पालन विभाग से लाभान्वित करते हुए अनुदान, मत्स्य बीज संवर्धन, जाल तथा आईस बॉक्स प्रदाय किया गया है। महिलाओं के द्वारा अभी तक लगभग 01 लाख रूपए का नकद मछली विक्रय किया गया है। वर्तमान में बांध में 70 प्रतिशत मछली उपलब्ध है। जिससे समूह को आगामी एक दो माह के अंतर्गत लगभग लाखो रूपए का फायदा होगा। उन्होंने बताया कि मां परमेश्वरी महिला स्व सहायता समूह एवं महामाया महिला स्व सहायता समूह द्वारा 02 तालाब कुल रकबा 6.4 हेक्टर एवं 01 बांध 15.20 हेक्टर में मछली पालन कार्य दोनो समूह के सामंजस्यता अनुसार किया जा रहा है। तालाब एवं बांध वर्ष 2021-22 से 2031-32 तक 10 वर्ष के लिए मछली पालन के लिए पट्टा आबंटित किया गया है।

समूह को वर्ष 2022-23 में राष्ट्रीय कृषि विकास योजनांतर्गत तालाबों में मत्स्य उत्पादकता वृद्धि कें लिए ऐरियटर मत्स्य आहार एवं फिश माऊण्ट प्रदान किया गया था। नाव-जाल वितरण योजनांतर्गत जाल 03 नग, पाँच वर्षीय मत्स्य अंगुलिका प्रदाय योजनांतर्गत मत्स्य बीज एवं फुटकर विक्रय योजनांतर्गत 01 आईस बॉक्स प्रदाय किया गया। झींगा पालन कार्यक्रम अंतर्गत 01 इकाई झींगा एवं आहार प्रदान किया गया है। समूह के सदस्यों को विभागीय 10 दिवसीय एवं 03 दिवसीय प्रशिक्षण तथा निःशुल्क दुर्घटना बीमा कराया गया है। विभाग द्वारा लगभग समस्त योजनाओं का लाभ समूहों को प्रदाय किया गया है।