रिश्तों का अंत : 2 बच्चों संग महिला ने पानी की टंकी में कूदकर दी जान, देवरानी से थे पति के अवैध संबंध

राजस्थान के बाड़मेर जिले में आए दिन आत्महत्याओं की घटनाएं सामने आ रही है। आत्महत्याओं की घटनाओं ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। रविवार को एक बार फिर से एक महिला ने अपने दो मासूम बच्चों को टांके में डालकर खुदकुशी कर ली।

यह घटना बाड़मेर जिले के सदर थाना अंतर्गत गंगासरा गांव की है। घटना की सूचना मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया। लोगों ने पुलिस को जानकारी दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को टांके से बाहर निकालकर मोर्चरी में रखवाया है। सुसाइड के बाद महिला का एक सुसाइड नोट भी सामने आया है। इसमें महिला अपनी देवरानी पर परेशान करने का आरोप लगाया है। साथ ही पति से भी उसकी मिलीभगत बताई है।

महिला ने मरने से पहले गहने और जरूरी कागजात जलाए

मृतक महिला के भाई बाबूलाल का आरोप है कि उसकी बहन ने अपनी देवरानी से परेशान ये कदम उठाया है। मरने से पहले महिला ने अपने मोबाइल में व्हाट्सएप पर सुसाइड नोट का स्टेटस लगाया। उसकी बहन ने माता-पिता भाई-बहन से माफी मांगते हुए का स्टेटस लगाया। जब महिला के भाई ने मोबाइल पर उस स्टेट्स को देखा तो उसी गांव में बड़ी बहन कमला को फोन करके बताया कि इस तरह का स्टेटस क्यूं लगाया है। जिसके बाद उसकी बड़ी बहन उसके घर पर पहुंची। वहां पहुंचने पर देखा तो

उसी गांव में बड़ी बहन कमला को फोन करके बताया कि इस तरह का स्टेटस क्यूं लगाया है। जिसके बाद उसकी बड़ी बहन उसके घर पर पहुंची। वहां पहुंचने पर देखा तो सोने-चांदी के आभूषण व रुपए जल रहे थे। तीनों के शव टांके में तैरते हुए मिले।

जानकारी के अनुसार, 32 साल की विवाहिता झिमों देवी पत्नी चिमाराम जाट निवासी गंगासरा ने सुसाइड से पहले अपने सोने-चांदी के गहने, एफडी, बैंक और जमीनों के जरूरी दस्तावेजों को आग लगाकर अपने आठ साल के बेटे संतोष और ढाई साल की बेटी भावना को घर में बने पानी के टांके में डालकर खुद भी उसी टांके में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली।

पति का छोटे भाई की पत्नी से थे अवैध सबंध

विवाहिता के भाई बाबूलाल ने पुलिस को दी गई रिपोर्ट में बताया, उसकी बहन झिमों देवी (32) की शादी करीब 8 साल पहले गंगासरा निवासी चिमाराम के साथ हुई थी। विवाहिता के दो बच्चे थे। शादी के बाद सब कुछ ठीक चल रहा था। लेकिन कुछ समय पहले उसकी बहन ने बताया, उसके पति चिमाराम का अपने छोटे भाई की पत्नी के साथ अवैध सबंध थे, जिसको लेकर विवाहिता की देवरानी प्रताड़ित कर रही थी। इस पूरे मामले में चिमाराम भी देवरानी का साथ दे रहा था। इसको लेकर पीहर पक्ष के लोगों ने समझाइश भी की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। इससे आहत होकर उसकी बहन ने देवरानी से परेशान और माता पिता भाई-बहन से माफी मांगते हुए स्टेटस लगाया और अपने दो बच्चों के साथ टांके में कूदकर आत्महत्या कर ली।

मरने से पहले वॉट्सऐप पर स्टेटस लगाया

विवाहिता ने अपने वॉट्सऐप स्टेटस पर एक पन्ना लगाया। उसमें लिखा- राम-राम-राम। हे भगवान मुझे इतना दर्द क्या दे रहे हैं। अब मैं परेशान हो चुकी। मुझसे इतना दर्द बर्दाश्त नहीं हो सकता। मेरी मौत का कारण धनाराम की पत्नी रामू देवी मुझे 6 महीने से धमकियां दे रही है। मारने के लिए दो बार मेरे घर पर आई थी। तब मेरे पति के सामने कहा था कि तुझे जिंदा जलाएंगे। मैंने पति से कहा ये क्या है। उसने कहा तुम जानों तुम्हारा काम जाने। तुम्हे जिंदा रहना है तो जो ये बोले वो करना होगा। मैं इतना दर्द बर्दाश्त नहीं कर सकती। आज मेरे पति ने बोला मैं खुद रामू देवी के साथ हूं। मैं भी यहीं चाहता हूं। घर भी रामू देवी के लिए बनाया है। मेरे माता-पिता , भाई-बहन मुझे माफ करना। मैंने आपको मेरा दर्द नहीं बताया।

पति के साथ फोन नहीं उठाने को लेकर अनबन

पुलिस ने बताया कि गंगासरा निवासी झीमों देवी (30) पत्नी चीमाराम अपने 8 साले के बच्चे संतोष व ढाई साल की बच्ची भावना के साथ रहती थी। रविवार को पत्नी और बच्चों के साथ घर पर थी। पति बीकानेर था। रविवार शाम करीब 5 बजे दोनों बच्चों के साथ सुसाइड कर लिया। झीमों देवी का पति चिमाराम करीब एक डेढ़ महीने से मजदूरी के लिए बीकानेर गया हुआ था। दोनों के बीच फोन नहीं उठाने लेकर अनबन भी चल रही थी। विवाहिता ने आत्महत्या करने से पहले इंस्टाग्राम पर स्टेटस लगाया था, जिसको देखकर उसकी बहन को शक हो गया। उसने अपने भाई को विवाहिता के घर भेज दिया, जिसके बाद विवाहिता के भाई ने घर जाकर तलाश की तो तीनों के शव टांके में तैरते हुए मिले, जिसके बाद सदर थाना पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनो के शवों को टांके से निकलकर बाड़मेर जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। पुलिस में मृतका के पीहर पक्ष की रिपोर्ट के आधार पर हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।