Manipur Violence : देश के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में भड़की हिंसा को लेकर केंद्र सरकार एक्शन मोड़ में हैं. इसे लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक के बाद एक कई बैठकें की हैं. राज्य के हिंसाग्रस्त जिलों में अतिरिक्त अर्धसैनिक बल तैनात कर दिया गया है.
भारतीय सेना ने भी कमान संभालते हुए कहा कि कांगपोकपी और मोरेह इलाकों में अभी स्थिति कंट्रोल में है, जबकि इम्फाल और चुराचांदपुर में सामान्य स्थिति बहाल करने की कोशिश की जा रही है. अभी भी मणिपुर के 16 जनपदों में 8 जिलों में कर्फ्यू लगा हुआ है. सरकार ने सुरक्षाबलों को आदेश दिया है कि दंगाइयों को देखते ही गोली मार दो.
मणिपुर हिंसा के कई वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं. इन वायरल वीडियो से हिंसा और न भड़क जाए, इसलिए मोबाइल डेटा के बाद अब ब्रॉडबैंड सेवाएं भी निलंबित कर दी गई हैं. ये निलंबन अगले 5 दिनों तक रहेगा. इसे लेकर सरकार ने एयरटेल एक्सट्रीम, रियालंस जियो फाइबर, बीएसएनएल आदि को ब्रॉडबैंड और डेटा सेवाओं पर रोक लगाने का आदेश दिया है. साथ ही राज्य में भारतीय सेना के साथ ही सीआरपीएफ, बीएसएफ और असम राइफल्स की कई कंपनियों को तैनात किया गया है.
मणिपुर में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने मणिपुर जाने वाली सभी ट्रेनें कैंसिल कर दी हैं. एनएफ रेलवे के सीपीआरओ सब्यसाची डे ने बताया कि तनावपूर्व स्थिति में सुधार होने तक कोई भी ट्रेन मणिपुर में एंट्री नहीं कर रही है. मणिपुर सरकार द्वारा ट्रेनों की आवाजाही रोकने की सलाह के बाद यह फैसला लिया गया है. वहीं, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने ट्वीट कर कहा कि त्रिपुरा सरकार ने मणिपुर में हाल की घटनाओं के संबंध में त्रिपुरा के निवासियों को 24×7 आधार पर सहायता प्रदान करने के लिए निम्नलिखित हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं.
आपको बता दें कि मणिपुर में पिछले तीन दिनों से हिंसा की घटना हो रही है. ऑल ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन मणिपुर (ATSUM) द्वारा चूड़ाचंदपुर जिले के टोरबंग क्षेत्र में बुधवार को निकाली गई ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के दौरान भयानक हिंसा भड़की थी. मणिपुर तनाव को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह, केंद्रीय गृह सचिव, निदेशक आईबी और राज्य के साथ-साथ केंद्र के संबंधित अफसरों के साथ दो वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग बैठकें कीं. इसके साथ ही उन्होंने मणिपुर के पड़ोसी राज्यों के सीएम से भी बातचीत की.
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि मणिपुर की हिंसा से प्रभावित कई परिवारों ने असम में शरण ले रखी है. मैंने कछार के जिला प्रशासन से इन परिवारों की देखभाल करने की अपील की है. मैं लगातार सीएम एन. बीरेन सिंह से भी संपर्क में हू और असम सरकार ने इस संकट की घड़ी में पूरा समर्थन देने का संकल्प लिया है.
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