‘मेरे बच्‍चे लिप-रीड करते हैं, Ben Stokes का मतलब जानते हैं’, कोहली-गंभीर विवाद पर Sehwag ने निकाली भड़ास

नई दिल्‍ली, 04 मई। आईपीएल 2023 में लखनऊ सुपरजायंट्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच मुकाबला विवादों के कारण सुर्खियों में बना हुआ है। इस मुकाबले में पहले विराट कोहली और नवीन उल हक का झगड़ा हुआ। मैच खत्‍म होने के बाद विराट कोहली और गौतम गंभीर आपस में भिड़ गए। मैच खत्‍म हुए 48 घंटे से ज्‍यादा समय बीत चुका है, लेकिन कोहली-गंभीर विवाद अब भी सुर्खियों में बना हुआ है।

भारतीय टीम के पूर्व विस्‍फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने विराट कोहली और गौतम गंभीर को अपना रवैया सुधारने की सलाह दी है। सहवाग ने गंभीर के साथ भारत की सर्वश्रेष्‍ठ ओपनिंग जोड़ी में से एक बनाई और कोहली के साथ लगभग पांच साल अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट खेली। उन्‍होंने दोनों खिलाड़‍ियों को भारतीय क्रिकेट में अपने स्‍तर के बारे में याद दिलाया। सहवाग ने दोनों क्रिकेटरों से आग्रह किया है कि खुद को बेहतर ढंग से मैदान में दिखाएं। सहवाग ने कोहली और गंभीर को आइकॉन कहा और साथ ही कहा कि जो भी वो करेंगे या कहेंगे तो उसे ध्‍यान से देखा जाएगा और देश में बड़ी संख्‍या में युवा खिलाड़ी उनकी नकल करेंगे।

अपनी छवि का ध्‍यान रखना चाहिए

सहवाग ने क्रिकबज से बातचीत में कहा, ”मैच खत्‍म होते ही मैंने टीवी बंद कर दी थी। मैच के बाद क्‍या हुआ, उस बारे में मुझे कुछ नहीं पता। अगले दिन जब मैं उठा तो सोशल मीडिया पर देखा। जो हुआ, वो सही नहीं था। हारने वाले को चुपचाप हार स्‍वीकार करना चाहिए और जीतने वाली टीम जश्‍न मनाए। उन्‍हें एक-दूसरे को कुछ कहने की क्‍या जरुरत है। मैं हमेशा एक बात कहता हूं कि ये लोग देश के आइकॉन हैं। अगर ये कुछ कहेंगे या करेंगे तो उसे लोग फॉलो करेंगे और संभवत: सोचेंगे कि अगर मेरे आदर्श ने ऐसा किया तो मैं भी कर सकता हूं। तो अगर वो इन चीजों को दिमाग में रखेंगे तो इस तरह की घटनाएं रोक सकते हैं।”

कड़ी सजा मिलनी चाहिए

भले ही बीसीसीआई ने गंभीर और कोहली दोनों पर मैच फीस का 100 प्रतिशत जुर्माना लगाया हो, लेकिन सहवाग इससे खुश नहीं हैं। सहवाग पहले और आखिरी शख्‍स नहीं हैं तो सख्‍त एक्‍शन की मांग कर रहे हैं। पूर्व भारतीय बल्‍लेबाज का मानना है कि अगर बोर्ड खिलाड़‍ियों को हद पार करने पर निलंबित करने का फैसला लेना शुरू करे तो इस तरह की घटनाएं ज्‍यादा नहीं होंगी। आईपीएल में खिलाड़‍ियों के बीच झगड़े का इतिहास रहा है। किरोन पोलार्ड और मिचेल स्‍टार्क के बीच झगड़ा हो या एमएस धोनी का मैदान में आकर अंपायर के फैसले का विरोध करना। पिछले साल ऋषभ पंत ने भी ऐसा ही किया। अब कोहली-गंभीर विवाद फिर उछला। सहवाग ने सलाह दी कि सख्‍त एक्‍शन लेने से इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सकती है।

मेरे बच्‍चे बेन स्‍टोक्‍स का मतलब जानते हैं

वीरेंद्र सहवाग ने कहा, ”अगर बीसीसीआई किसी पर प्रतिबंध लगाने का फैसला करता है तो शायद इस तरह की घटनाएं दुर्लभ हो या फिर नहीं हो। ऐसी घटनाएं पहले भी कई बार हो चुकी हैं तो बेहतर होगा कि ड्रेसिंग रूम के अंदर आपको जो भी करना हो, वो करें। जब आप मैदान में जाएं तो इस तरह की चीजें अच्‍छी नहीं लगती है।” वीरू ने आगे कहा, ”मेरे अपने बच्‍चे भी लिप-रीड कर सकते हैं और उन्‍हें बेन स्‍टोक्‍स का मतलब बहुत अच्‍छे से पता है। तो तब मुझे बुरा लगता है। अगर आप ऐसी बातें कहेंगे, अगर मेरे बच्‍चे पढ़ सकते हैं तो अन्‍य भी ऐसा कर सकते हैं और कल वो सोचेंगे कि अगर कोहली और गंभीर ऐसा कह सकते हैं तो मैं भी बोल सकता हूं।”

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