दिल्ली , 04 मई । उत्तरी और पश्चिमी रवांडा में मूसलाधार बारिश के बाद आई विनाशकारी बाढ़ और कीचड़ धंसने से कम से कम 115 लोगों की मौत हो गई है। राज्य द्वारा संचालित ब्रॉडकास्टर ने बुधवार को कहा, मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। रवांडा ब्रॉडकास्टिंग एजेंसी (आरबीए) ने अपनी वेबसाइट पर कहा, “कल रात हुई बारिश ने उत्तरी और पश्चिमी प्रांतों में तबाही मचाई है। ट्विटर अकाउंट पर तस्वीरों में कीचड़ की नदियों में घिरे घर, भूस्खलन और बाढ़ वाले खेतों से सड़कें कटी हुई दिखाई दे रही हैं।
ब्रॉडकास्टर ने कहा कि बाढ़ का पानी अब भी बढ़ रहा है, जिससे और लोगों की जान को खतरा है। अधिकांश मौतें पश्चिमी प्रांत में हुईं, जो किवु झील की सीमा से लगा हुआ है। बाढ़ का पानी घरों और बुनियादी ढांचे को बहा ले गया है और सड़कें बंद हो गई हैं। युगांडा सहित पूर्वी अफ्रीका के अन्य हिस्सों में बारिश और बाढ़ से तबाही हुई है, जहां छह लोगों के मारे जाने की सूचना है।
रवांडा के आपातकालीन प्रबंधन के प्रभारी मंत्री मैरी सोलंगे कायसिरे ने बताया, राहत के प्रयास तुरंत शुरू हो गए, जिसमें आपदा के पीड़ितों को दफनाने में मदद करना और जिनके घर नष्ट हो गए थे, उन्हें आपूर्ति प्रदान करना शामिल है। उन्होंने स्थानीय निवासियों से विशेष रूप से रात में गश्त बढ़ाने का आह्वान किया, ताकि भारी बारिश होने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा सके। पड़ोसी युगांडा में, देश के पश्चिम में मूसलाधार बारिश के दिनों के बाद भूस्खलन से छह लोगों की मौत हो गई। मृतकों में से पांच एक ही परिवार के थे और एक ही गांव के थे।
[metaslider id="347522"]